Fact Check : मुस्लिम नहीं, हिंदू हैं योगेंद्र यादव, एडिटेड वीडियो वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो भ्रामक साबित हुआ। योगेंद्र यादव का यह वीडियो आधा-अधूरा है। पूरा वीडियो सुनने पर पता चलता है कि उनके नाम के पीछे की कहानी कुछ और है और उसका उनके धर्म से सम्बन्ध नहीं है।

Fact Check : मुस्लिम नहीं, हिंदू हैं योगेंद्र यादव, एडिटेड वीडियो वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। स्‍वराज पार्टी के नेता और एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है कि उनके परिवार के लोग और बचपन के दोस्त उन्हें “सलीम” बुलाते हैं। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि योगेंद्र यादव ने अपनी पहचान छुपाई है। वे मुसलमान हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हआ। असल में योगेंद्र यादव के इंटरव्‍यू के एक हिस्‍से को काटकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। पूरा वीडियो सुनने पर पता चलता है कि उनके नाम के पीछे की कहानी कुछ और है और उसका उनके धर्म से सम्बन्ध नहीं है। योगेंद्र यादव का पूरा परिवार हिंदू ही है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर लक्ष्मण पाई ने एक वीडियो को अपने अकाउंट पर 1 जून को अपलोड करते हुए लिखा, “BE CAREFUL* God know how many jihadis in between us using Hindu names*Guess no one knew him as Salim. See how from the last 2 decades we’ve been fooled to know him as Yogendra Yadav.”

इसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा कि सतर्क रहें भगवान जाने हमारे बीच कितने जिहादी हिंदू नामों का उपयोग कर रहे हैं। लगता है कि कोई भी उसे सलीम के रूप में नहीं जानता था। देखिए कैसे पिछले 2 दशकों से हम उन्हें योगेंद्र यादव समझ कर मूर्ख बनाए गए हैं।”

वीडियो को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। वायरल वीडियो में ऊपर JIST लिखा देखा जा सकता है। हमने Yogendra Yadav Jist Interview जैसे कीवर्ड टाइप करके सर्च किया। यह पूरा वीडियो हमें मीडिया कंपनी Jist के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर मिला। पूरे वीडियो में वे अपने बचपन के नाम ‘सलीम’ के पीछे की “कहानी” बताते हुए कहते हैं कि उनके दादा, राम सिंह, हिसार में एक छात्रावास में शिक्षक और वार्डन थे। एक दिन बहुतसे मुसलमानों की भीड़ आयी और उनसे हॉस्टल के कुछ बच्चों को बाहर निकालने को कहा, क्योंकि छात्रों ने कथित तौर पर मस्जिद में कुछ गलत काम किया था। उनके दादा ने बच्चों को बाहर बुलाने से मना कर दिया, जिस कारण गुस्साई भीड़ ने उन्हें मार डाला था।

वीडियो में आगे योगेंद्र यादव ने कहा कि उनके पिता इस घटना से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने अपने बच्चों को मुस्लिम नाम देने का फैसला किया। इसलिए उसका नाम ‘सलीम’ रखा गया, क्योंकि वे ज़्यादा बोलते नहीं थे इसलिए उन्होंने इसका कारण कभी नहीं बताया। हालाँकि, जब उनकी स्कूली शिक्षा शुरू हुई, तो उन्हें नाम के कारण असुविधा का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उनका नाम बदलकर योगेंद्र कर दिया गया।

वायरल वीडियो में जो पत्रकार योगेंद्र यादव का इंटरव्यू ले रहे हैं, उनका नाम अनिल शारदा है। हमने इस विषय में सीधा अनिल से संपर्क साधा। हमारे मेल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया, “योगेंद्र यादव का जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह अधूरा है और इसे भ्रामक तरीके से पेश किया जा रहा है। योगेंद्र यादव का पूरा परिवार हिंदू है। उनके ‘सलीम’ नाम के पीछे एक कहानी है, जो उन्होंने मुझे इंटरव्यू में सुनाई थी।”

अनिल ने विश्‍वास न्‍यूज के साथ उस इंटरव्‍यू का लिंक भी शेयर किया। इसे नीचे देखा जा सकता है।

अब बारी थी भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर के बारे में जानकारी जुटाने की। फेसबुक यूजर लक्ष्मण पाई को बारह सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो भ्रामक साबित हुआ। योगेंद्र यादव का यह वीडियो आधा-अधूरा है। पूरा वीडियो सुनने पर पता चलता है कि उनके नाम के पीछे की कहानी कुछ और है और उसका उनके धर्म से सम्बन्ध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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