Fact Check : योग गुरु बी.के.एस. अयंगर का वीडियो पीएम मोदी के नाम से हुआ वायरल

पीएम मोदी के नाम से वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स योग गुरु बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर हैं। वीडियो का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर योग करते एक शख्स का वीडियो तेज़ी से वायरल किया जा रहा है। सात मिनट 55 सेकंड के इस ब्लैक एंड व्हाइट वीडियो में व्यक्ति को योगा के कई आसन करते हुए देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि वीडियो में दिखने वाले व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। 26 साल की उम्र में पीएम मोदी ने ऋषिकेश में योग विद्या सीखी थी, ये वीडियो उसी दौरान का है।

विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स पीएम मोदी नहीं है , बल्कि योग गुरु बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर हैं। सर्च के दौरान हमें ऐसे कई वीडियो रिपोर्ट मिले,“जिसमें बताया गया था कि ये वीडियो योग गुरु बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर का है।” वीडियो को अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर R Rajput ने 9 मार्च को यह वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है “उम्र छब्बीस की थी,जब ऋषिकेश स्थित साधु दयानंद जी के मठ में योगविद्या को ग्रहण किया।पहचानिये इस तपस्वी को जो आज हमारे प्रधानमंत्री हैं।एक दुर्लभ विडियो —आप आश्चर्यचकित रह जायेंगे।”

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूज़र्स ने इस पोस्ट को मिलते – जुलते और समान दावे के साथ शेयर किया है। पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले वीडियो को InVid टूल में अपलोड किया और वीडियो के कुछ की-फ्रेम्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो कई जगह अपलोड मिला। सर्च के दौरान ‘MCPetruk ‘ नाम के यूट्यूब चैनल पर 12 मई 2006 को वीडियो अपलोड मिला। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा गया था,” यह 1938 में मैकपेट्रक द्वारा बनाई गई एक फिल्म है, “जिसमें अयंगर को योग का प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है। यहां हम एक युवा अयंगर को उन्नत पोज देते हुए देखते हैं। ” वीडियो को यहां देखा जा सकता है।

सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो टॉम मार्टिन (Tom Martin) नामक एक यूट्यूब चैनल पर 31 मई 2009 को अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में नजर आ रहे शख्स पीएम मोदी नहीं, बल्कि योग गुरु बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर हैं। इस वीडियो को साल 1938 में शूट किया था। वीडियो को यहां देखा जा सकता है।

कई अन्य यूट्यूब चैनल पर भी वीडियो अपलोड मिला। पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर BKS Iyengar की-वर्ड्स के जरिए सर्च किया। हमें गूगल पर Iyengar Yoga की वेबसाइट मिली। जहां BKS Iyengar और Iyengar योग के बारे में जानकारी दी गई है। वेबसाइट ओर बीकेएस अयंगर की कई तस्वीरें और वीडियोज हैं , जो कि वायरल वीडियो से मिलते – जुलते हैं।

पहले भी यह वीडियो समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था , तब विश्वास न्यूज़ ने इसकी जांच की थी। आप हमारे पहले की फैक्ट चेक स्टोरी को यहां पढ़ सकते हैं।

वायरल दावे के बारे में जानकारी के लिए हमने बीजेपी के प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए बताया कि यह वीडियो पहले भी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से वायरल हो चुका है।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि फेसबुक यूजर आर राजपूत (R Rajput) देहरादून का रहने वाला है और फेसबुक पर यूजर के पांच हज़ार मित्र हैं।

निष्कर्ष: पीएम मोदी के नाम से वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स योग गुरु बेल्लूर कृष्णमचारी सुंदरराज अयंगर हैं। वीडियो का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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