Fact Check : बच्‍चा चोरी की अफवाह के कारण अमेठी में मजदूरों की पिटाई, एक की हुई मौत

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। आखिरकार बच्‍चा चोरी की अफवाह ने एक गरीब मजदूर की जान ले ही ली। घटना यूपी के अमेठी जिले में घटी। देशभर में इनदिनों बच्‍चा चोर के नाम पर मानसिक रूप से रोगी, मजदूर और गरीब महिलाओं को निशाने पर लेकर मारपीट की जा रही है। एक ऐसी ही घटना एक सितंबर को अमेठी में घटी। अमेठी के पीपरपुर थाना क्षेत्र के अमयेमाफी लोदापुर गांव में बिजली का काम करने वाले मजदूरों की ग्रामीणों ने बच्‍चा चोरी के नाम पर बुरी तरह पिटाई कर दी। इस पिटाई में सियाराम नाम के एक मजदूर की जान भी चली गई।

विश्‍वास टीम की जांच में पता चला कि अमेठी में जिन मजदूरों की बच्‍चा चोरी के नाम पर पिटाई और एक की हत्‍या हुई है, उनका बच्‍चा चोरी से कोई संबंध नहीं था। अमेठी पुलिस नौ आरोपियों को विभिन्‍न धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज चुकी है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर सुनील यादव ने एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, ”लोदीपुर अमेठी धम्मौर पुलिस स्टेशन बच्चे पकड़ने वाले पकड़ा गए हैं जिनको पब्लिक ने बहुत मारा प्रतापगढ़ सप्लाई करते थे डॉक्टर के पास धमोर थाने में बंद है प्लीज शेयर सारे ग्रुप में आप के जितने ग्रुप है उसमें शेयर कीजिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।”

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले गूगल में अमेठी धम्‍मौर पुलिस कीवर्ड टाइप करके सर्च किया। हमें जीन्‍यूज की एक खबर मिली।

जीन्‍यूज की वेबसाइट पर तीन सितंबर को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि अमेठी के पीपरपुर थाना क्षेत्र के अमयेमाफी लोदीपुर गांव में बच्‍चा चोरी के शक में ग्रामीणों ने लाठी-डंडा से मजदूरों को पीटा। पिटाई से गंभीर रूप से घायल एक मजूदर की मौत हो गई।

इसके बाद विश्‍वास टीम ने दैनिक जागरण के अमेठी संवाददाता दिलीप सिंह से बात की। उन्‍होंने बताया कि एक सितंबर को नौ मजदूरों को कुछ ग्रामीणों ने बच्‍चा चोर के आरोप में पिटाई कर दी थी। इस मामले में 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इसके अलावा कई लोगों को अरेस्‍ट किया जा चुका है।

अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास टीम ने दैनिक जागरण के रायबरेली के दो सितंबर के ईपेपर को स्‍कैन किया।

यहां हमें फ्रंट पेज और छह नंबर पेज पर दो खबरें मिलीं। इसमें विस्‍तार से बताया गया कि अमयेमाफी गांव में बच्‍चा चोरी की अफवाह को लेकर ग्रामीणों ने पिकअप में सवार नौ लोगों की पिटाई कर दी। जिला अस्‍पताल में एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। मृतक का नाम सियाराम था। 33 साल का सियाराम सोनभद्र जिले का रहने वाला था। दो लोगों को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर में रेफर किया गया।

इससे जुड़ी खबर हमें ईटीवी भारत की वेबसाइट पर भी मिली। इसमें बताया गया कि पुलिस मामले की जांच करते हुए कई लोगों को अरेस्‍ट कर चुकी है।

इसके अलावा हमें जी यूपी के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला। इसमें बताया गया कि घटना में मजदूरों को मार-मार कर अधमरा कर दिया गया। यह वीडियो 2 सितंबर को अपलोड किया गया था।

अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हम अमेठी पुलिस के ट्विटर हैंडल पर गए। वहां हमें दो सितंबर को अमेठी की पुलिस अधीक्षक ख्‍याति गर्ग की एक बाइट मिली। इसमें बताया गया कि घटना का बच्‍चा चोरी से कोई संबंध नहीं है। कुछ विवाद होने पर ग्रामीणों ने मजदूरों की पिटाई कर दी थी। एसपी का पूरा वर्जन आप यहां सुन सकते हैं।

पड़ताल के अगले चरण में हमने पीपरपुर थाने में संपर्क किया। वहां हमारी बात थाने के एसएचओ श्‍याम सुंदर से हुई। उन्‍होंने हमें विस्‍तार से बताया कि एक सितंबर को बिजली लाइन का काम करने वाले कुछ मजदूरों का झगड़ा हो गया था। इसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने बच्‍चा चोर की अफवाह उड़ा दी। इसके बाद लोगों ने मजदूरों की पिटाई कर दी। 9 लोगों को इतनी बुरी तरह मारा गया कि एक की अस्‍पताल में मौत हो गई। जिस मजदूर की मौत हुई, उसका नाम सियाराम था। सभी मजदूर सोनभद्र जिले के रहने वाले थे। 9 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जा चुका है। इनके खिलाफ धारा 302, 307, 147, 148 और एससी एसटी एक्‍ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

पड़ताल के अगले चरण में हमने अमेठी की पुलिस अधीक्षक ख्‍याति गर्ग से संपर्क किया। उन्‍होंने विश्‍वास टीम को बताया कि बच्‍चा चोरी की अफवाह वाली घटना एक सितंबर की है। इस मामले में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जा चुका है।

एसपी ने लोगों से अपील की है कि जिले में बच्‍चा चोरी करने वाला कोई गैंग सक्रिय नहीं है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।

अंत में विश्‍वास टीम ने उस फेसबुक अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने बच्‍चा चोरी के नाम पर अमेठी के वीडियो को अपलोड किया। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर सुनील यादव यूपी के वाराणसी के रहने वाले हैं। फेसबुक पर काफी सक्रिय सुनील वायरल कंटेंट पोस्‍ट करते रहते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की जांच में पता चला कि अमेठी में बच्‍चा चोर के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी है। जिन नौ मजदूरों को बच्चा चोर के नाम पर पीटा गया, वे सिर्फ मजदूर थे। मारपीट में एक मजदूर की मौत हो गई है। बाकी घायल हैं।

विश्‍वास टीम बच्‍चा चोरी की अफवाह को लेकर लगातार अपने पाठकों को सजग कर रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने बच्‍चा चोरी को लेकर कई अफवाहों का फैक्‍ट चेक किया। इसे आप यहां पढ़ सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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