Fact Check: एमपी के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वीमेंस डे सेलिब्रेशन के वीडियो को किया जा रहा गलत दावे के साथ वायरल

विश्वास न्यूज़ ने पोस्ट की पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में हुए वीमेंस डे के जश्न का है, कोरोना मीटिंग से इसका कोई लेना-देना नहीं है। वायरल किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला को कुछ महिलाओं के साथ हवा-हवाई गाने पर डांस करते हुए देखा जा सकता है। अब इस वीडियो को यह कहते हुए शेयर किया जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कोरोना पर चल रही वर्कशॉप की जगह डांस हुआ है। विश्वास न्यूज़ ने पोस्ट की पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो मध्य प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में हुए वीमेंस डे के जश्न का है, कोरोना मीटिंग से इसका कोई लेना-देना नहीं है। वायरल किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक पेज, ‘बाकी सब ठीक है’ ने एक वायरल किये जा रहे 2 मिनट आठ सेकंड के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की कार्यशाला में कोरोना पर गंभीर चर्चा #BJPFails’. 

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।

पड़ताल 

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल किये जा रहे वीडियो को गौर से देखा। वीडियो में 26 सेकंड के फ्रेम में हमें ‘राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन मध्य प्रदेश’ का बोर्ड नज़र आया।

अब हमने मुनासिब कीबोर्ड डालकर गूगल न्यूज़ सर्च किया और हमें न्यूज़ वेबसाइट ‘पत्रिका’ में वायरल वीडियो से जुड़ी खबर मिली। 17 मार्च 2021 को अपलोड हुई खबर के मुताबिक,’ सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें नेशनल हेल्थ मिशन मध्य प्रदेश की महिला कर्मचारी डांस करते हुए नज़र आ रहीं। खबर में आगे बताया गया कि यह वीडियो महिला दिवस पर हुए प्रोग्राम का है।

ईटीवी भारत की वेबसाइट पर 17 मार्च को छपी खबर में बताया गया, ‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की महिला कर्मचारियों द्वारा महिला दिवस पर किए गए डांस के वीडियो पर सवाल उठने लगे हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में महिला कर्मचारियों ने महिला दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. जिसमें महिलाएं फिल्मी गानों पर डांस कर रही हैं. इस दौरान महिलाओं ने मास्क नहीं पहना है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा। अब वायरल वीडियो को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने भी अपनी सफाई पेश कर दी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की डीएम छवि भारद्वाज ने कहा है कि यह वीडियो आठ मार्च यानि महिला दिवस का है. ये वो महिलाएं हैं, जो 24 घंटे अपनी सेवाएं लोगों को दे रही हैं. ऐसे में अगर महिला दिवस के मौके पर महिला कर्मचारियों ने ऑफिस में छोटा-सा आयोजन किया तो उसे गलत तरीके से प्रस्तुत न किया जाए।

पोस्ट से जुडी पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज़ ने राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन मध्य प्रदेश की डायरेक्टर छवि भारद्वाज से सम्पर्क किया और उन्होंने हमें बताया, ”यह वीडियो महिला दिवस के समारोह का है। एनएचएम में महिला स्टाफ जिसमें डाटा एंट्री ऑपरेटर, कंसल्टेंट आदि शामिल हैं, जो पिछले 1 साल से बहुत कठिन परिस्थितियों में काम कर रहीं हैं। उन्होंने एक छोटे-से ऑफिस के जश्न के लिए अनुरोध किया था। यह एनएचएम की महिला कर्मचारियों के लिए एक बहुत ही निजी कार्यक्रम था।”

अब बारी इस वीडियो को गलत हवाले के साथ वायरल करने वाले फेसबुक पेज बाकी सब ठीक है की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि इस पेज को 408,453 लोग फॉलो करते हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने पोस्ट की पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में हुए वीमेंस डे के जश्न का है, कोरोना मीटिंग से इसका कोई लेना-देना नहीं है। वायरल किया जा रहा दावा फ़र्ज़ी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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