मध्य प्रदेश के रीवा जिले में आपसी जमीनी विवाद को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों में हुई मारपीट की घटना को भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है। घटना के आरोपी और पीड़ित दोनों ही ब्राह्मण जाति से हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के रीवा जिले में हुई घटना के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि दबंगों ने जमीन पर कब्जा करने के मामले में दो ब्राह्मण महिलाओं को जिंदा जमीन में गाड़ दिया। सोशल मीडिया पोस्ट से यह प्रतीत हो रहा है कि संबंधित घटना में आरोपी और पीड़ित पक्ष अलग-अलग जाति या समुदाय से आते हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो मध्य प्रदेश के रीवा जिले में हुई घटना का है, जिसमें आरोपी और पीड़ित दोनों ही पक्ष ब्राह्मण जाति से आते हैं और संबंधित घटना आपसी जमीनी विवाद का था। मामले में पुलिस ने आरोपी विपिन पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है और डंपर चालक के साथ अन्य आरोपी गौकरण पांडेय को चिह्नित किया गया है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Manmohan Anand’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “MP मे जंगलराज ….ब्राह्मण औरतों को जिन्दा जमीन में गाड़ दिया दबंगो ने ….मध्यप्रदेश के रीवा में दबंगों ने जमीन पर कब्ज़ा करने के लिए दो हिन्दू ब्राह्मण महिलाओं को जमीन में जिन्दा ही गाड़ दिया ….भाजपा वालो, कुछ शर्म कर लो अब तो कानून व्यवस्था के नाम पर …..वोट चाहिए सिर्फ ????”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल पोस्ट के साथ दी गई जानकारी के आधार पर की-वर्ड सर्च में हमें कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है। नईदुनिया की 21 जुलाई 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, “पट्टे की जमीन पर रास्ता बनाने का विरोध करने पर मध्य प्रदेश के रीवा जिले में 2 महिलाओं पर डंपर में भरा मुरम पलटकर उनको उसमें जिंदा दफनाने की कोशिश की गई। शनिवार को दोपहर हुई इस घटना का वीडियो रविवार को वायरल हुआ तो पुलिस ने मामले में कार्रवाई की और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।”
रिपोर्ट के मुताबिक, “घटना रीवा जिले के मनगंवा थाना क्षेत्र के गंगेव गांव की है। पुलिस के अनुसार, गांव में दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। आरोपित पक्ष के गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय एक जमीन पर रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे थे।”
कई अन्य रिपोर्ट्स में इस घटना का समान दावे के साथ जिक्र है।
रीवा पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से भी इस मामले लेकर अपना स्पष्टीकरण दिया है।
दी गई जानकारी के मुताबिक, “फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 343/2024 धारा 110 बीएनएस (आपराधिक मानव वध का प्रयास) पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है, जिसमें एक आरोपी विपिन पांडेय को गिरफ्तार कर तथा घटना में प्रयुक्त डंपर को जब्त कर लिया गया है तथा दो अन्य आरोपी गौकरण पांडेय व प्रदीप कोल (डंपर चालक) चिह्नित हुए हैं।”
यानी संबंधित घटना आपसी जमीनी विवाद का था और इसके आरोपी और पीड़ित दोनों ही समान ब्राह्मण समुदाय से संबंधित हैं। नईदुनिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना रीवा जिले के मनगवां थाना क्षेत्र की है। इसलिए हमने मनगवां पुलिस स्टेशन के प्रभारी राम तिवारी से संपर्क किया। उन्होंने घटना में किसी भी जातीय एंगल के दावे को खारिज करते हुए कहा कि आरोपी और पीड़ित पक्ष एक ही परिवार से संबंधित हैं और उनके बीच का विवाद रास्ता निकालने को लेकर था। उन्होंने कहा, “इस मामले में मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें डंपर चालक और उसके मालिक भी शामिल हैं।”
वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब आठ हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं और उन्होंने अपनी प्रोफाइल में स्वयं को डिजिटल क्रिएटर बताया है। अन्य वायरल दावों व हालिया संपन्न चुनावों से संबंधित वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में आपसी जमीनी विवाद को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों में हुई मारपीट की घटना को भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है। घटना के आरोपी और पीड़ित दोनों ही ब्राह्मण जाति से हैं।
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