Fact Check : बच्‍चा चोर का शोर मचाकर महिला की भीड़ ने कर दी पिटाई, फर्जी है वायरल पोस्‍ट

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ महिलाओं को बच्‍चा चोरी के आरोप में एक महिला को बाल पकड़कर पीटते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि प्रयागराज के घूरपुर में यह महिला बच्‍चा चुराकर भाग रही थी, तभी ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया। विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो में जिस महिला को पीटा जा रहा है, वह बच्‍चा चोर नहीं है। चार सितंबर को प्रयागराज जिले के घूरपुर इलाके में घटी इस घटना के बाद पुलिस ने महिला से पूछताछ की और बाद में उसे छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, प्रयागराज में अब तक बच्‍चा चोरी का एक भी केस सामने नहीं आया है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर पत्रकार मनोज शुक्‍ला तांत्रिक ने 6 सितंबर को एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ”बच्चा चोर गिरोह पकड़ा गया घूरपुर प्रयागराज मैं एक लड़की बच्चा चुरा कर भाग रही थी तभी ग्रामीणों को पता चला तो घूरपुर प्रयागराज पहुंचकर के बच्चा चुराने वाली लड़की को लिया अपने हिरासत में योगी सरकार के राज में यही सब चल रहा है माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इस पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं देखते हैं प्रशासन इस पर क्या नजर डालती है।

इस वीडियो को अब तक 2500 से ज्‍यादा बार देखा जा चुका है।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले वायरल हो रहे वीडियो को ध्‍यान से देखा। वीडियो में एक महिला को कई औरतों ने पकड़ रखा है और उसकी पिटाई कर रही हैं। वीडियो में एक आदमी की आवाज आ रही है कि यह लड़की घूरपुर की है। लड़का पकड़ने आई थी। चेहरा दिखाओ। जला दो। इसी वीडियो में पीडि़त महिला को साफ बोलते हुए सुना जा सकता है कि वह बच्‍चा पकड़ने वाली नहीं है। इसके बावजूद भीड़ इस महिला को बुरी तरह मारती हुई दिखी।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई वीडियो ग्रैब निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया। हमें आखिरकार एक वेबसाइट पर इससे जुड़ी एक खबर मिली। इस खबर में बताया गया कि यूपी के प्रयागराज जिले के घूरपुर थाना क्षेत्र में एक महिला को बच्‍चा चोरी के आरोप में बेरहमी से पीट दिया गया है। यह खबर 13 सितंबर को पब्लिश की गई। इस खबर में आगे बताया गया कि जिस महिला की पिटाई हुई, उसकी मानसिक स्थिति बहुत ठीक नहीं थी। पुलिस इस महिला को पूछताछ के लिए थाने ले गई। बाद में इसे छोड़ दिया गया।

पड़ताल को जारी रखते हुए हम गूगल पर गए। वहां ‘घूरपुर बच्‍चा चोर’ कीवर्ड टाइप करके सर्च किया तो हमें एक वेबसाइट पर वायरल पोस्‍ट से जुड़ी एक खबर मिली। इसे 10 सितंबर को पब्लिश किया गया था। इसमें बताया गया कि वीडियो तीन चार दिन पुराना है। घूरपुर में आधा दर्जन से अधिक महिलाएं एक युवती को पिटते हुए दिख रही हैं।

हमें यह जानना था कि वायरल वीडियो वाली घटना आखिर हुई कब थी। इसके लिए हमने प्रयागराज से प्रकाशित सभी अखबारों के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। आखिरकार हमें
प्रयागराज के स्‍थानीय अखबार हिंदुस्‍तान में पांच सितंबर के ईपेपर में एक खबर मिली। पेज नंबर पांच पर प्रकाशित इस खबर में बताया गया कि घूरपुर कस्‍बे में एक बच्‍चा चोर का शोर मचाकर एक विक्षिप्‍त युवती की पिटाई कर दी गई। खबर में बताया गया कि घूरपुर बाजार की एक महिला घास काटकर वापस आ रही थी तभी एक युवती उसके पास आई और महिला के हाथ से हंसिया छीनने लगी। इतने में महिला ने शोर मचा दिया।

पड़ताल के दौरान हमें एक स्‍थानीय वेबसाइट पर महिला की पिटाई का वीडियो मिला। इसमें भी यही बताया गया कि बच्‍चा चोरी के आरोप में एक महिला की पिटाई कर दी गई। घटना प्रयागराज के घूरपुर इलाके की है।

इसके बाद विश्‍वास टीम ने प्रयागराज के एसएसपी सत्‍यार्थ अनिरुद्ध पंकज से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि जिले में अब तक बच्‍चा चोरी का एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया है। जो भी घटना घटी, वह सब अफवाह साबित हुईं। घूरपुर का मामला भी सिर्फ अफवाह साबित हुआ। लड़की के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि बेवजह अफवाह फैलाने और पीटने के मामले हर दिन आ रहे हैं। पुलिस लगातार जनता से अपील कर रही है कि अफवाहों से सतर्क रहें और कानून अपने हाथ में न लें। वरना ऐसे लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।

पड़ताल के अगले चरण में हम उस फेसबुक अकाउंट पर गए, जहां से फर्जी वीडियो वायरल हुआ था। मनोज शुक्‍ला नाम के इस अकाउंट को सितंबर 2016 में बनाया गया था। फेसबुक यूजर प्रयागराज के रहने वाले हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि प्रयागराज के घूरपुर में बच्‍चा चोर वाली पोस्‍ट फर्जी है। 4 सितंबर को घूरपुर में एक बच्‍चा चोर का आरोप लगाकर एक युवती की जमकर पिटाई कर दी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने पीडि़ता को छोड़ दिया और पिटाई करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।

बच्‍चा चोरी की अफवाह के कारण देशभर में मानसिक रूप से अस्‍वस्‍थ्‍य, महिलाओं और बुजुर्गों की पिटाई के कई मामले आ चुके हैं। विश्‍वास टीम ने इसे लेकर कई फैक्‍ट चेक किए हैं। इन्‍हें आप यहां पढ़ सकते हैं।

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False
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