विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक और सांप्रदायिक साबित हुआ। महिला का नाम शैलजा निकला। वह मानसिक रोग से पीड़ित है। घटना के बाद पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर 29 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सड़क के बीचोंबीच बने एक चबूतरेनुमा ढांचा पर एक औरत को कुछ करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आखिर यह महिला क्या कर रही है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि छत्रपति संभाजीनगर में एक बुर्काधारी महिला ने स्कूटी रोककर श्रीराम के पोस्टर पर अंडा फेंक दिया। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक और सांप्रदायिक साबित हुआ। महिला का नाम शैलजा निकला। वह मानसिक रोग से पीड़ित है। घटना के बाद पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया था।
फेसबुक यूजर रणवीर सिंह नेगी ने 20 मई को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “कहां से भरा जा रहा है इतना जहर? बुर्काधारी महिला को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत क्यों? सड़क पर स्कूटी खड़ी की और फिर प्रभु श्रीराम की तस्वीर पर अंडे फेंके। महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर की है घटना। साभार सुदर्शन न्यूज़।”
वीडियो के ऊपर लिखा गया, “छत्रपति संभाजीनगर में जिहादी खातून। स्कूटी रोककर श्रीराम के पोस्टर पर फेंका अंडा।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इस सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की पड़ताल इसमें इस्तेमाल किए गए वीडियो से की। वीडियो में सुदर्शन न्यूज का लोगो और वाटर मार्क साफ नजर आ रहा है। इसलिए सबसे पहले इस चैनल के ट्विटर हैंडल को स्कैन किया । यहां असली वीडियो 20 मई 2023 को पोस्ट करते हुए सांप्रदायिक दावा किया गया। इसमें बुर्काधारी महिला, जिहादी खातून जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने छत्रपति संभाजीनगर पुलिस आयुक्त के ट्विटर हैंडल को स्कैन किया । यहां हमें 20 मई का एक प्रेस नोट मिला। मराठी में मौजूद इस दो पेज के प्रेस नोट में महिला का नाम शैलजा विशाल उदावेत उर्फ शिल्पा रामराव गरुड बताया गया। 38 साल की यह महिला मानसिक रूप से बीमार हैं। इसमें आगे बताया गया कि महिला अवसाद से पीड़ित है। जिसके कारण उसने ऐसी घटना को अंजाम दिया।
सर्च के दौरान 20 मई को पुलिस आयुक्त मनोज लोहिया का एक वीडियो मिला। इसमें उन्हें भ्रामक पोस्ट को वायरल नहीं करने की अपील करते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए वीडियो में कहा कि महिला हिंदू थी। कुछ मानसिक अवसाद के कारण उसने ऐसी हरकत थी।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दिव्य मराठी के छत्रपति संभाजीनगर के ईपेपर को स्कैन करना शुरू किया। घटना से संबंधित खबर हमें यहां मिली। 22 मई को प्रकाशित खबर में बताया गया कि शैलजा उर्फ शिल्पा को धार्मिक स्थल और धार्मिक छवि के अपमान के मामले में अरेस्ट किया गया। इसे शर्तों के साथ जमानत पर रिहा किया गया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल गाड़ी को जब्त कर लिया था। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि यह महिला मानसिक रोग से पीड़ित है। खबर की क्लिप को नीचे देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए छत्रपति संभाजीनगर के वरिष्ठ पत्रकार मनोज टाक से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई मुस्लिम महिला शामिल नहीं थी। आरोपी महिला का नाम शैलजा है। वह मानसिक रूप से कुछ परेशान है।
अब बारी थी, फर्जी दावा करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर रणवीर सिंह नेगी के अकाउंट पर कुछ खास जानकारियां मौजूद नहीं हैं, लेकिन इतना तय है कि यूजर एक राजनीतिक विचारधारा से प्रभावित है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि भगवान राम के पोस्टर पर अंडे फेंकने वाली महिला मानसिक रोग से पीड़ित निकली। यह महिला मुस्लिम नहीं थी। इसका नाम शैलजा था।
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