Fact Check: भड़काऊ बयान देते नजर आ रही महिला नहीं है आईपीएस अधिकारी, वायरल दावा भ्रामक

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर आ रही महिला आईपीएस अधिकारी नहीं है। महिला का नाम काजल सिंगला है, लेकिन उनके आईपीएस अफसर होने का दावा भ्रामक है।

Fact Check: भड़काऊ बयान देते नजर आ रही महिला नहीं है आईपीएस अधिकारी, वायरल दावा भ्रामक

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक बार फिर से एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में महिला को ‘लव जिहाद’ का नाम लेकर भड़काऊ बातें करते हुए सुना जा सकता है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर महिला को गुजरात की आईपीएस अधिकारी काजल सिंगला बता रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर आ रही महिला आईपीएस अधिकारी नहीं है। महिला का नाम काजल सिंगला है, लेकिन उनके आईपीएस अफसर होने का दावा भ्रामक है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “ये गुजरात की आईपीएस महिला अधिकारी काजल सिंघाला है और लव जिहाद की बखिया उधेड़ कर लड़कियों को आगाह कर रही है। हिन्दू धर्म के लोगों को आगह करना चाहता हूं। अपने परिवार की लड़कियों को तुरंत यह विडियो भेज दो। किसी भी शहर में पढ़ाई करती है या नौकरी करती हो।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल पर काजल सिंगला सर्च किया। इसी नाम का हमें एक वेरिफाइड फेसबुक पेज मिला। जहां इसी महिला की पोस्ट को देखा जा सकता है। इस  प्रोफाइल की स्कैनिंग में हमें यह वायरल वीडियो 21 जून 2021 को अपलोड हुआ मिला।

वहीं, काजल सिंगला के फेसबुक बायो के मुताबिक, वह एक कारोबारी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं।

काजल सिंगला के फेसबुक अकाउंट पर हमें उनके इंस्टाग्राम हैंडल का भी लिंक मिला। उन्होंने वायरल वीडियो को इंस्टाग्राम पर 24 जून 2021 अपलोड किया है।

काजल सिंगला के एक्स हैंडल पर भी दिए गए बायो में लिखा है कि वह एक कारोबारी और सामाजिक कार्यकर्ता है ।

अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए काजल सिंगला और वायरल बयान से जुड़ा न्यूज सर्च किया। सर्च में हमें जनसत्ता की वेबसाइट पर 6 अप्रैल 2023 को पब्लिश हुआ एक आर्टिकल मिला। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, काजल राजस्‍थान की मूल निवासी हैं। गुजरात के गिर सोमनाथ के ऊना शहर में एक रैली के दौरान काजल सिंगला उर्फ काजल हिंदुस्तानी के भाषण के बाद पुलिस ने काजल के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस खबर में हमें ऊना पुलिस इंस्‍पेक्‍टर का बयान भी मिला, उनका कहना है कि काजल हिंदुस्तानी पर नफरती भाषण और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। हालांकि, इस खबर में कहीं भी हमें उनके आईपीएस अधिकारी होने का कोई जिक्र नहीं मिला।

यह वीडियो इससे पहले भी वायरल चुका है और उस वक्त हमने गुजरात में दैनिक जागरण के उस वक्त के ब्‍यूरो हेड शत्रुघ्‍न शर्मा से संपर्क किया था। उनका कहना था, “वायरल वीडियो काजल सिंगला का है। वह फिलहाल जमानत पर बाहर है। वह आईपीएस अधिकारी नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है।“

भ्रामक पोस्ट को शेयर करनेवाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर मणिपुर के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर आ रही महिला आईपीएस अधिकारी नहीं है। महिला का नाम काजल सिंगला है, लेकिन उनके आईपीएस अफसर होने का दावा भ्रामक है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट