Fact Check: युवती की क्रूरतापूर्वक पिटाई की यह घटना पुरानी है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में लड़की को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटते युवकों का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। वीडियो साल 2022 से सोशल मीडिया पर वायरल है। उस दौरान इसे मध्य प्रदेश और गुजरात के सीमावर्ती इलाके का बताया गया था।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक लड़की पर अत्याचार करते दो लोगों का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़की को पेड़ से बांधा हुआ है और उसे डंडे से पीटा जा रहा है। इस वीडियो को हाल की घटना का बताकर शेयर किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। यह घटना हाल-फिलहाल की नहीं है। वीडियो साल 2022 से सोशल मीडिया पर वायरल है। उस दौरान इसे मध्य प्रदेश और गुजरात के सीमावर्ती इलाके का बताया गया था।

क्या हो रहा है वायरल ?

एक्स यूजर कविता यादव ने 14 जनवरी 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “भारत की एक और बेटी के साथ जानवरों जैसा सलूक।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/KavitaWrites/status/1746596463256481803

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले और फिर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट गुजरात समाचार की वेबसाइट पर 7 जनवरी 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, छोटा उदयपुर के पास के इलाके में कुछ लोगों ने एक लड़की को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा।

नवगुजरात समय की वेबसाइट पर 6 जनवरी 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो छोटा उदयपुर से लगे मध्य प्रदेश और गुजरात के सीमावर्ती इलाके का है।

पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 7 जनवरी 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी। वीडियो को छोटा उदेपुर और मध्य प्रदेश के अलीराजपुर में हुई घटना का बताया जा रहा था। इस वीडियो को लेकर मध्य प्रदेश पुलिस का कहना था कि हमने इसे लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना और जगह के बारे में पता लगाने के लिए छानबीन की जा रही है। वीडियो को लेकर छोटा उदयपुर के पुलिस उपाधीक्षक ए कटकड़ का कहना था कि शायद यह वीडियो काफी पुराना है। पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में गुजराती जागरण के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया से संपर्क किया गया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो साल 2022 में वायरल हुआ था। उस समय इस घटना को मध्य प्रदेश और गुजरात के सीमावर्ती इलाके की बताया जा रहा था।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर को करीब दो हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में लड़की को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटते युवकों का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। वीडियो साल 2022 से सोशल मीडिया पर वायरल है। उस दौरान इसे मध्य प्रदेश और गुजरात के सीमावर्ती इलाके का बताया गया था।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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