विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल हो रहा दावा गलत निकला। WHO प्रमुख ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस के नाम से एक कथित बयान शेयर किया जा रहा है। इसके अनुसार, उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी अब हमारे आस – पास भी नहीं है। यूजर्स इसे सच मानकर शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। WHO के प्रमुख ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में
फेसबुक यूजर “अपना पिंड भोलाथ” ने 12 जुलाई को इस पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, “शुक्र है अंकल आपने भी कुछ अच्छी बात की… हमें तो पता ही कोरोना काल में चला था की आप WHO के प्रमुख हो… अब भगवान का वास्ता ! लोगों में दोबारा किसी भी तरह का भ्रम न फैलाएं… कारोबार ठप करवा दिया आधी दुनिया का…”
पोस्ट में डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल की तस्वीर के साथ लिखा है: कोविड -19 की महामारी आस – पास नहीं है : WHO प्रमुख”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमने कई कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके गूगल पर सर्च किया, लेकिन इस दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। सोचने वाली बात यह है कि अगर डब्ल्यूएचओ के मुखिया ने कोरोना से जुड़ा ऐसा कोई बयान दिया होता तो अब तक वह हर मीडिया संगठन की सुर्खियों में होता, लेकिन हमें इस तरह के बयान की कोई खबर नहीं मिली। हालांकि, सर्च के दौरान हमें कई ऐसी न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं, जिनके अनुसार डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने चेतावनी दी कि कोविड-19 मामलों की नवीनतम लहर से पता चलता है कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।
7 जुलाई 2022 को दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर में कहा गया है, “विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि भारत सहित विभिन्न देशों में कोविड-19 के ओमिक्रोन वेरिएंट का एक नया सब- वैरिएंट बीए .2.75 (sub-variant BA.2.75) पाया गया है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इसका अध्ययन कर रहा है। घेब्रेयसस ने बुधवार को कोविड-19 पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
डेली पोस्ट डॉट इन की वेबसाइट पर 12 जुलाई 2022 को प्रकाशित एक खबर के अनुसार, “विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इसको पहली बार घोषित किये जाने के लगभग दो साल बाद भी, कोविड-19 एक वैश्विक इमरजेंसी बनी हुई है। स्वतंत्र विशेषज्ञों की बनी आपातकालीन समिति ने एक बयान में कहा कि कई देशों में कोरोनावायरस के मामलों की बढ़ती संख्या और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव का मतलब है कि यह आज भी आपात स्थिति बनी हुई है।”
जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने डब्ल्यूएचओ की आधिकारिक वेबसाइट चेक की। हमें 12 जुलाई 2022 को WHO के महानिदेशक द्वारा एक मीडिया ब्रीफिंग मिली। जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की नई लहरें यह साबित करती हैं कि कोरोना वायरस महामारी समाप्त होने के कगार पर नहीं है।
इकोनॉमिक टाइम्स की वेबसाइट पर 20 जुलाई 2022 को प्रकाशित खबर अनुसार,”केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 20,557 नए कोरोनावायरस संक्रमण जोड़े, जिनमें COVID-19 मामलों की कुल संख्या 4,38,03,619 हो गई, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 1,45,654 हो गए।”
अधिक जानकारी के लिए डब्ल्यूएचओ की मीडिया कोऑर्डिनेटर शमिला शर्मा के साथ मेल के जरिये सम्पर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल हो रहा दावा फर्जी है और ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।
जांच के अंत में विश्वास न्यूज ने फेसबुक पेज अपना पिंड भोलाथ की सोशल स्कैनिंग की। फेसबुक पर पेज को 11 हजार लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर यह पेज 12 फरवरी 2015 को बनाया गया था।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल हो रहा दावा गलत निकला। WHO प्रमुख ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया गया है।
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