विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि समुद्र में लड़ाई करते सैनिकों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो साल 2019 का है, जब यूएस के यूएस कोस्ट गार्ड कटर मुनरो ने संदिग्ध ड्रग्स तस्करी करने वालों को पकड़ा था। वायरल वीडियो का हालिया इजरायल और हमास संघर्ष से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। इजरायल और हमास संघर्ष के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ सैनिकों को समुद्र में पनडुब्बी पर लड़ाई करते और चढ़ते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को हाल का बताते हुए शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यमन ने इजरायली पनडुब्बी पर कब्जा कर लिया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो साल 2019 का है, जब यूएस के यूएस कोस्ट गार्ड कटर मुनरो ने संदिग्ध ड्रग्स तस्करी वालों को पकड़ा था। वायरल वीडियो का हालिया इजरायल और हमास संघर्ष से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ने 24 नवंबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “यमन आतंकी इजराइली के लिए कहेंर बना हुआ है..यमन ने इजराइली ship के बाद एक इजराइली पनडुब्बी submarine पे भी कब्ज़ा कर लिया है।” #yemen #Israel #PalestineWillBeFree #PalestinianLivesMatter #Hamas
पोस्ट के आर्काइव को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो वाइस न्यूज नामक एक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 12 जुलाई 2019 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो जून का है। जब अमेरिकी तट रक्षक ने पूर्वी प्रशांत महासागर से 17,000 पाउंड से अधिक कोकीन ले जा रही एक पनडुब्बी पर छापा मारा था।
जांच के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट मिलट्री डॉट कॉम की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 11 जुलाई 2019 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, यूएस कोस्ट गार्ड कटर मुनरो (WMSL 755) के चालक दल के सदस्यों ने 18 जून, 2019 को पूर्वी प्रशांत महासागर में संदिग्ध ड्रग तस्करी को पकड़ा।
अधिक जानकारी के लिए हमने इजरायल के फैक्ट चेकर यूरिआ बार मेर से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उन्होंने वायरल दावे को गलत बताया है। साथ ही कहा है कि इस तरह की कोई रिपोर्ट हाल-फिलहाल में सामने नहीं आई है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 5.6 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने खुद को पटना का रहने वाला बताया है। यूजर की प्रोफाइल को खंगालने के बाद हमने पाया कि यूजर इजरायल और हमास संघर्ष से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि समुद्र में लड़ाई करते सैनिकों के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो साल 2019 का है, जब यूएस के यूएस कोस्ट गार्ड कटर मुनरो ने संदिग्ध ड्रग्स तस्करी करने वालों को पकड़ा था। वायरल वीडियो का हालिया इजरायल और हमास संघर्ष से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
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