Fact Check: मलेशिया के शिवलिंग का वीडियो तमिलनाडु के नाम से हुआ वायरल

तमिलनाडु के नाम से वायरल हो रहे विशाल शिवलिंग का वायरल वीडियो दरअसल मलेशिया का है। वायरल दावा भ्रामक है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): विश्वास न्यूज को ट्विटर पर एक वीडियो मिला, जिसमें एक वीडियो को दिखाके दावा किया गया था कि इस शिवलिंग पर 365 दिनों तक पानी गिरता है और यह तमिलनाडु में है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो मलेशिया का है।

क्‍या हो रहा है वायरल?

ट्विटर हैंडल लालचंदलोहाना ने इस वीडियो को पोस्ट किया और मराठी में लिखा,

“तामीळनाडू मीडियम सितारा ओशिवलिंगम जगह। 365 दिन पिंडीवर फक्त पाउस पडतो.कोठून पडतो ते कत नाही। अचंभच आहे”

अनुवाद: “तमिलनाडु में तारा राजमार्ग पर ओशिवलिंगम स्थान। शिवलिंग पर 365 दिन वर्षा होती है। मुझे नहीं पता कि यह कहाँ से गिरता है। आश्चर्य।”

पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वीडियो को इनविड टूल में अपलोड किया और वीडियो के विभिन्न स्क्रीन ग्रैब्स लिए।

इसके बाद हमने विभिन्न स्क्रीन ग्रैब्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया।

हमें वही वीडियो ‘सनातन संस्कृति’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो 19 मार्च, 2021 को अपलोड किया गया था। विवरण में कहा गया है, ‘प्राकृतिक शिवलिंगम नित्य जल प्रवाह शिवन मंदिर तमिल सेलनागोर, मलेशिया’।

हमें YouTube पर एक और वीडियो भी मिला, जिसमें चैनल पर जगह के बारे में अधिक जानकारी दी गई थी।

वीडियो 2 अप्रैल, 2022 को पोस्ट किया गया था। विवरण में उल्लेख किया गया है कि यह सिवन ध्यान केंद्र, शिवन मंदिर (बेंटोंग कारक ओल्ड रोड) मलेशिया में है।

रिवर्स इमेज सर्च से हम एक फेसबुक पेज पर पहुंचे, ‘मलेशिया के हिंदू मंदिरों में कौन जाना चाहता है?’ पेज ने एक ही जगह से कई तस्वीरें शेयर की थीं और उसकी लोकेशन भी बताई थी।

हमने अधिक जानकारी के लिए पेज से संपर्क किया। फेसबुक यूजर ने कहा कि मंदिर मलेशिया का है और इसकी लोकेशन भी शेयर की।

सर्च के दौरान हमें फेसबुक पेज ‘करक शिवन मंदिर – पर्तुबुहान मेदितासी शिवा‘ मिला।

इस फेसबुक पेज पर भी इसी लोकेशन के कई वीडियो थे। इसमें कहा गया है कि मंदिर मलेशिया के कुआलालंपुर में था।

हमने वॉट्सऐप के जरिए पेज चलाने वाले यूजर से भी संपर्क किया। बवानी सुप्रमण्यम ने कहा कि वायरल वीडियो मलेशिया का है, यह तमिलनाडु में नहीं है।

पड़ताल के आखिरी चरण में विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को शेयर करने वाले ट्विटर यूजर का सोशल बैकग्राउंड चेक किया। लालचंदलोहाना को 3377 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: तमिलनाडु के नाम से वायरल हो रहे विशाल शिवलिंग का वायरल वीडियो दरअसल मलेशिया का है। वायरल दावा भ्रामक है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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