Fact Check : कासगंज के स्कूल में अध्यापकों के बीच हुई मारपीट के वीडियो को राजस्थान का बताकर किया जा रहा शेयर

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि महिलाओं की लड़ाई के वायरल वीडियो से राजस्थान का कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2022 में कासगंज के एक स्कूल में हुई लड़ाई का है। दरअसल, कासगंज के सहावर ब्लाक क्षेत्र के गांव बढ़ारी कलां के प्राथमिक स्कूल में प्रिंसिपल और शिक्षामित्र आपस में भिड़ गईं थी। यह वीडियो उसी दौरान का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दो महिलाओं के लड़ने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह राजस्थान के एक स्कूल में हाल ही में हुई घटना का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो साल 2022 में कासगंज के एक स्कूल में हुई लड़ाई का है। दरअसल, कासगंज के सहावर ब्लॉक क्षेत्र के गांव बढ़ारी कलां के प्राथमिक स्कूल में प्रिंसिपल और शिक्षामित्र आपस में भिड़ गईं थी। यह वीडियो उसी दौरान का है।

क्या हो रहा है वायरल ?

ट्विटर यूजर मोनिका जैन ने  मार्च को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “राजस्थान की सरकारी स्कूल की मास्टरनियों के कारनामें।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/monika_bkn/status/1764549057429774638

पड़ताल 

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद ली। हमने टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 26 दिसंबर 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के कासगंज का है। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो टाइम्स ऑफ इंडिया के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 27 दिसंबर 2022 को अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो कासगंज के सहावर ब्लाक क्षेत्र के गांव बढ़ारी कलां के प्राथमिक स्कूल में हुई घटना का है। वहां पर स्कूल में सबके सामने प्रिंसिपल और शिक्षामित्र आपस में भिड़ गईं। वीडियो वायरल होने के बाद दोनों ही महिलाओं ने अपना-अपना पक्ष रखा था। प्रिंसिपल वीनेश यादव का कहना था कि शिक्षा मित्र की अनुपस्थिति के कारण उनके पैसे काट दिए गए थे। इसलिए उन्होंने मारपीट शुरू कर दी। जबकि शिक्षा मित्र का कहना था कि स्कूल में बच्चों को मिड डे मिल नहीं दिया जा रहा था। जब उन्होंने इसे लेकर प्रिंसिपल से बात की, तो वो नाराज हो गई और मारपीट शुरू कर दी। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण कासगंज के जिला प्रभारी कृष्ण बिहारी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह वीडियो एक साल पहले कासगंज में हुई घटना का है। बढ़ारी कलां के एक स्कूल में महिला अध्यापकों ने स्कूल में सभी के सामने मारपीट करना शुरू कर दिया था।

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करती है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि महिलाओं की लड़ाई के वायरल वीडियो से राजस्थान का कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो साल 2022 में कासगंज के एक स्कूल में हुई लड़ाई का है। दरअसल, कासगंज के सहावर ब्लाक क्षेत्र के गांव बढ़ारी कलां के प्राथमिक स्कूल में प्रिंसिपल और शिक्षामित्र आपस में भिड़ गईं थी। यह वीडियो उसी दौरान का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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