विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि रोड खिसकने के कारण हादसे का शिकार हुई महिला के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो दो साल पहले ब्राजील में हुई एक घटना का है, जिसे अब गलत दावे के साथ अयोध्या के नाम से शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर गड्ढे वाली रोड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला रोड पर चलकर जा रही है। इसी बीच रोड नीचे धंस जाती है और वो महिला उसमें गिर जाती है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हाल ही में अयोध्या में हुई घटना का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो दो साल पहले ब्राजील में हुई एक घटना का है, जिसे अब गलत दावे के साथ अयोध्या के नाम से शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर मुलायम सिंह कुशवाहा ने 3 जुलाई 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “अयोध्या का शानदार रामपथ, सिर्फ 13 किमी, एक गुजराती कंपनी ने बनाया है, मात्र 844 करोड़ में। प्रति किलोमीटर सिर्फ 66 करोड़!”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट ब्राजील की वेबसाइट ओपोवो (opovo) पर मिली। रिपोर्ट को 2 जून 2022 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना एवेनिडा चांसलर एडसन क्विरोज़ (Chanceler Edson Queiroz Avenue) में हुई थी। जहां पर बारिश के मौसम के कारण रोड पर गड्ढे पड़ गए थे। इसी वजह से एक महिला रोड के अंदर गिर गई और यह घटना वहां पर मौजूद सीसीटीवी में कैद हो गई।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो जर्नल द रिकॉर्ड (Jornal da Record) नामक एक यूट्यूब न्यूज चैनल पर मिला। वीडियो को 4 जून 2022 को अपलोड किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, यह घटना ब्राजील के कास्कवेल (cascavel) में हुई थी। जहां पर भारी बारिश के कारण जमीन खिसक गई और एक महिला हादसे का शिकार हो गई। महिला का नाम मारिया रोज़िलीन हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमने अयोध्या दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमा शरण अवस्थी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो आयोध्या का नहीं है। यह दावा गलत है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी हुई पोस्ट को शेयर करता है। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया हुआ है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि रोड खिसकने के कारण हादसे का शिकार हुई महिला के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। असल में यह वीडियो दो साल पहले ब्राजील में हुई एक घटना का है, जिसे अब गलत दावे के साथ अयोध्या के नाम से शेयर किया जा रहा है।
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