गुजरात यात्रा के दौरान सुदर्शन सेतु से समुद्र का अभिवादन करने के दावे के साथ वायरल हो रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो क्लिप एडिटेड और ऑल्टर्ड है, जिसे चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अपनी हालिया गुजरात यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुदर्शन सेतु का उद्घाटन करने के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उनकी इसी यात्रा से संबंधित सोशल मीडिया पर एक वायरल क्लिप के जरिए दावा किया जा रहा है कि उन्होंने सुदर्शन सेतु पर समुद्र की तरफ हाथ हिलाया, जहां कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है और इसके साथ वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है, जिसे एडिट कर ब्लर या धुंधला कर दिया गया है। ऑरिजिनल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री मोदी समुद्र में मौजूद नौकाओं पर सवार लोगों का अभिवादन कर रहे हैं और नौका सवार लोग भी हाथ हिलाते हुए उनके अभिवादन का जवाब दे रहे हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘Sartaz Aimim Jharkhand’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “साहब जी किसको देखकर हाथ हिला रहे थे ?”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो क्लिप को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो क्लिप कुछ सेकेंड लंबा और धुंधला है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समुद्र की तरफ हाथ हिलाते हुए नजर आ रहे हैं। न्यूज सर्च में मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दो दिवसीय गुजरात यात्रा के दौरान सुदर्शन सेतु का उद्घाटन किया।
वायरल वीडियो क्लिप सुदर्शन सेतु के उद्घाटन का है। नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी उनकी इस यात्रा का वीडियो मौजूद है। इसमें 0.53 सेकेंड के फ्रेम में नजर आ रहा विजुअल वायरल वीडियो क्लिप से मेल खाता है।
साफ और स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, वह खाली समुद्र की तरफ से हाथ नहीं दिखा रहे हैं, बल्कि पुल के पास मौजूद नौकाओं पर बैठे लोगों का अभिवादन कर रहे हैं और बदले में नौका पर बैठे लोग भी हाथ हिलाते हुए उनके अभिवादन का जवाब दे रहे हैं।
कई अन्य वीडियो रिपोर्ट्स में भी इस विजुअल को देखा जा सकता है।
‘सुदर्शन सेतु’, देश का सबसे लंबा केबल पुल है, जिसकी लंबाई 2.32 किलोमीटर है। यह पुल ओखा मुख्य भूमि और गुजरात के बेट द्वारका द्वीप को आपस में जोड़ता है।
वायरल वीडियो को लेकर हमने गुजराती जागरण के डिप्टी एडिटर राजेंद्र सिंह परमार से संपर्क किया। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड है और यह दावा गलत है कि पीएम खाली समुद्र की तरफ हाथ दिखा रहे थे। वास्तव में वहां नौकाओं पर मौजूद लोग थे, जिनका पीएम ने अभिवादन किया था।
सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वीडियो को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब तीन हजार लोग फॉलो करते हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी का एक ऑल्टर्ड क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे लेकर दावा किया गया था कि उन्होंने संसद में आरक्षण के “खिलाफ” बयान दिया है। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस वीडियो क्लिप को फेक पाया था।
वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी का जिक्र करते हुए उन्हें “आरक्षण विरोधी” बताया था। हालांकि, वायरल क्लिप में इस हिस्से को शामिल नहीं किया गया है, जहां उन्होंने नेहरू का जिक्र किया था।
चुनाव से संबंधित अन्य वायरल दावे की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज के चुनावी चेक सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: गुजरात यात्रा के दौरान सुदर्शन सेतु से समुद्र का अभिवादन करने के दावे के साथ वायरल हो रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो क्लिप एडिटेड और ऑल्टर्ड है, जिसे चुनावी दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।