Fact Check: दुर्गम पहाड़ों पर चढ़ते लोगों का यह वीडियो म्यांमार नहीं, ईरान का है

म्यांमार से मणिपुर में अवैध घुसपैठ के दावे के साथ वायरल किया जा रहा वीडियो असल में ईरान का है। वायरल वीडियो पहले से इंटरनेट पर मौजूद है, इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को दुर्गम पहाड़ों की चढ़ाई करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहे लोगों ने पीठ पर सामान और बच्चों को उठा रखा है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ये म्यांमार से चोरी-छुपे मणिपुर में दाखिल हो रहे लोगों का वीडियो है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो का म्यांमार से कोई संबंध नहीं है, यह वीडियो ईरान का है। जिसे हालिया बताकर कर म्यांमार से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। वीडियो इंटरनेट पर साल 2023 से मौजूद है।  विश्वास न्यूज ने पहले भी वायरल वीडियो की पड़ताल की थी। 

कया हो रहा है वायरल 

फेसबुक यूजर ‘मीना पाटिल Meena Patil’ ने (आर्काइव लिंक) 18 मई को वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,”म्यान्मार से मणिपुर आने का चोर रास्ता….. कैसे रोहिंग्या मुसलमान जान की बाजी लगा के भारत में आते है,और फिर यही बस जाते है ।यहाँ के देशद्रोही,स्वार्थी नेता उन्हें शरण देकर अपना वोट बैंक बना लेते है ।इसी के लिए NRC, CAA कानून लागू होना आवश्यक,अनिवार्य,है ।अन्यथा अब भूगतो…महाविनाश की आंधी…महाप्रलय जल्द ही आने वाला है।”

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के कीफ्रेम्‍स निकालकर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। हमें लाइफ नाम के फेसबुक पेज पर वीडियो शेयर किया हुआ मिला। 3 अप्रैल 2023 को शेयर किए गए वीडियो में वायरल वीडियो के दृश्य को देखा जा सकता है।

सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो से मिलता-जुलता वीडियो DENA नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। 12 मार्च 2023 को अपलोड वीडियो में वायरल वीडियो के हिस्सों को देखा जा सकता है। वीडियो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, यह वीडियो ईरानी खानाबदोशों का है।

वायरल वीडियो से मिलते-जुलते वीडियो को कई फेसबुक यूजर ने साल 2023 में शेयर किया था। जिन्हें यहां देखा जा सकता है।

पहले भी यह वीडियो समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। उस समय हमने वीडियो को लेकर ईरानी खानाबदोशों की जिंदगी पर डॉक्युमेंट्री अपलोड करने वाले यूट्यूब चैनल DENA से संपर्क किया था। उन्होंने बताया था,“यह ईरान है और ये जाग्रोस की ढलानें हैं। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाली यूजर को स्कैन किया। पता चला कि यूजर के फेसबुक पर 5 हजार मित्र हैं। यूजर ने स्वयं को पुणे की रहने वाली बताया है।

निष्कर्ष: म्यांमार से मणिपुर में अवैध घुसपैठ के दावे के साथ वायरल किया जा रहा वीडियो असल में ईरान का है। वायरल वीडियो पहले से इंटरनेट पर मौजूद है, इसका हाल-फिलहाल से कोई संबंध नहीं है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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