Fact Check : यूपी के कैराना के हाईवे पर नहीं दिखा तेंदुआ, वायरल वीडियो कर्नाटक का है

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि सड़क किनारे बैठे तेंदुए का वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना का नहीं है। असल में यह वीडियो कर्नाटक के गदग जिले के बिंकादकट्टी गांव के पास का है। वायरल वीडियो का कैराना और लखनऊ से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check : यूपी के कैराना के हाईवे पर नहीं दिखा तेंदुआ, वायरल वीडियो कर्नाटक का है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक तेंदुए का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि रोड के किनारे बैठे तेंदुए का यह वीडियो उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना का है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को लखनऊ के नाम से भी वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा भ्रामक निकला। तेंदुए का वायरल किया जा रहा वीडियो न तो कैराना का है और न ही लखनऊ का है। असल में वायरल वीडियो कर्नाटक के गदग जिले के एक बिंकादकट्टी गांव के पास का है। जिसे अब गलत अलग-अलग दावों से शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘Anujverma Verma’ ने वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है,”*शामली :-कैराना में हाईवे पर बैठे तेंदुए का वीडियो वायरल*

पिछले दिनों तेंदुए ने 4 साल की बच्ची को मारा था

हाईवे पर दहाड़ते हुए तेंदुए का वीडियो वायरल हुआ

कैराना बाईपास रोड का बताया जा रहा वायरल वीडियो।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

फेसबुक पेज BJP SOCIAL MEDIA INDIA ने इस वीडियो को लखनऊ का बताकर शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज में अपलोड किया। हमें वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर मिली। 18 अप्रैल 2023 को प्रकाशित खबर में बताया गया, तेंदुए का यह वीडियो कर्नाटक का है। जहां रात के अंधेरे में एक तेंदुआ सड़क किनारे बैठा नजर आया था।”

हमें NewsFirst Kannada के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो रिपोर्ट मिली। 18 अप्रैल 2023 को अपलोड वीडियो में इसे कर्नाटक के गदग जिले का बताया गया है।

वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य खबरें यहां पढ़ी जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए हमने शामली के स्थानीय टीवी पत्रकार रवि सुलानिया के साथ संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वीडियो शामली का नहीं है। उन्होंने बताया कि यह वीडियो उन्होंने भी देखी थी, इसे कैराना बाइपास  का बताया जा रहा था, पर यह वीडियो कैराना का नहीं है।

पहले भी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उस समय इसे महाराष्ट्र के पुणे शहर का बताकर शेयर किया गया था। हमने वीडियो को लेकर कर्नाटक के स्थानीय पत्रकार यासिर  खान से संपर्क किया था। उन्होंने इस वीडियो को बिंकादकट्टी के पास गदग रोड का बताया था। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

गौरतलब है कि कैराना के यमुना खादर क्षेत्र के गांव में कुछ दिन पहले तेंदुए ने रात में एक पांच वर्षीय लड़की को अपना शिकार बना लिया, जिसके बाद गांववालों में दहशत का माहौल है। वन विभग की टीम ने सर्च अभियान भी चलाया है।

अंत में हमने वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के प्रोफाइल को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को लगभग 8 हजार लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक,यूजर सहारनपुर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि सड़क किनारे बैठे तेंदुए का वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के शामली के कैराना का नहीं है। असल में यह वीडियो कर्नाटक के गदग जिले के बिंकादकट्टी गांव के पास का है। वायरल वीडियो का कैराना और लखनऊ से कोई संबंध नहीं है।

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