Fact Check: ED की रेड का वायरल वीडियो गुजरात नहीं, बल्कि कोलकाता का है, फर्जी दावे से वायरल

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि गुजरात में आम आदमी पार्टी के नेता के घर ईडी के छापे को लेकर वायरल किया जा रहा वीडियो कोलकाता का है। असल में वायरल हो रहा वीडियो लगभग दो साल पहले कोलकाता में एक व्यवसायी के घर पर पड़े ईडी की रेड से संबंधित है। जिसे गुजरात का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: ED की रेड का वायरल वीडियो गुजरात नहीं, बल्कि कोलकाता का है, फर्जी दावे से वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को पैसे गिनते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में बड़ी मात्रा में नोटों के बंडलों को देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो गुजरात के सूरत मे आम आदमी पार्टी के नेता शेखर अग्रवाल के घर पर पड़े छापे का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में वायरल दावे को फर्जी पाया। असल में यह वीडियो पुराना है, जब कोलकाता में एक व्यवसायी के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की थी, जिसमें करीब 17 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी। उसी वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘नौनिहाल झा’ ने 5 मई को वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “#गुजरात के #सूरत मे देश की सबसे ईमानदार पार्टी *आम आदमी पार्टी* के ईमानदार नेता *शेखर अग्रवाल* के घर पर छापा पड़ा है। इतनी रकम देखकर आपको इनकी ईमानदारी और इनकी चुनाव की तैयारी का आंकलन हो जाएगा।”

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की जांच करने के लिए सबसे पहले वीडियो के की-फ्रेम निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। हमें वायरल वीडियो वन इंडिया के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। 11 सितंबर 2022 को अपलोड वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो कोलकाता का है, जहां ईडी के अधिकारियों ने गेमिंग ऐप के एक संचालक के पास से 17 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की थी।

वीडियो से जुडी खबर को एएनआई की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर में पढ़ा जा सकता है। 11 सितंबर 2022 को प्रकाशित खबर में बताया गया है,”प्रवर्तन निदेशालय ने 10 सितंबर को मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के हिस्से के रूप में ई-नगेट्स नामक कोलकाता स्थित एक मोबाइल गेमिंग ऐप कंपनी के प्रमोटरों पर छापा मारने के बाद 17 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की। ईडी के अनुसार,आमिर खान नामक एक व्यक्ति ने ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया, जिसे जनता को धोखा देने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया था।”

वास्तव में यह वीडियो सोशल मीडिया पर अक्सर चुनावी संदर्भ में वायरल होता रहा है। इससे पहले यह वीडियो इंदौर में बीजेपी के नेता शेखर अग्रवाल के घर पर पड़े छापे के दावे से वायरल हुआ था। इसी वीडियो को पहले भी कई बार समान दावे के साथ शेयर किया जा चुका है। जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

हमने वीडियो को लेकर गुजरात दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया से संपर्क किया था। उन्होंने हमें बताया था, “वीडियो गुजरात का नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।”

अंत में हमने वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को फेसबुक पर एक हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि गुजरात में आम आदमी पार्टी के नेता के घर ईडी के छापे को लेकर वायरल किया जा रहा वीडियो कोलकाता का है। असल में वायरल हो रहा वीडियो लगभग दो साल पहले कोलकाता में एक व्यवसायी के घर पर पड़े ईडी की रेड से संबंधित है। जिसे गुजरात का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट