Fact Check: मलेशिया में रेलवे ट्रैक बिछाने का वीडियो भारत का बताकर हो रहा शेयर

भारत में रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए एनटीसी मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो मलेशिया का है।

Fact Check: मलेशिया में रेलवे ट्रैक बिछाने का वीडियो भारत का बताकर हो रहा शेयर

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। भारतीय रेलवे से जोड़कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें एक भारी-भरकम मशीन को रेलवे ट्रैक को बिछाते हुए देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इसे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि रेलवे ट्रैक बिछाने वाला यह वीडियो भारत का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि भारत में भी इस तरह की भारी भरकम मशीन से रेलवे ट्रैक बिछाए जाते हैं, लेकिन वायरल वीडियो मलेशिया का है। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर ‘भारत वर्ष 17‘ (आर्काइव लिंक) ने 28 जनवरी को वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा,

“ये हैं आज के भारत की टेक्नोलॉजी। जिसे विगत 60 वर्षों में सरकार लांच नहीं कर सकी। क्योंकि भारत की जनता के कि पैसे पुरानी सरकारों ने कहां रखे पता नहीं”

कुछ अन्य फेसबुक यूजर्स भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें दिख रही मशीन पर शुरू में एमआरएल लिखा हुआ है, जबकि मशीन पर चाइना कम्युनिकेशन कंस्ट्रक्शन लिखा हुआ है।

वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। Sharing Travel नाम के एक्स हैंडल से इस वीडियो के एक हिस्से को पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया गया है। 9 जनवरी 2024 को अपलोड इस वीडियो को मलेशिया ईस्ट कोस्ट रेलवे का बताया गया है।

एपी आर्काइव के यूट्यूब चैनल पर 16 दिसंबर 2023 को अपलोड वीडियो में भी इस तरह की मशीन को दिखाया गया है। इस पर भी मशीन पर एमआरएल मतलब मलेशिया रेल लिंक और चाइना कम्युनिकेशन कंस्ट्रक्शन लिखा हुआ है।

इससे साफ होता है कि वायरल वीडियो मलेशिया का है। इसके बाद हमने कीवर्ड से सर्च किया कि क्या भारत में इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है या नहीं। न्यूज स्टेशन नाम के यूट्यूब चैनल पर 7 दिसंबर 2019 को वीडियो न्यूज अपलोड की गई है। इसमें रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए इसी तरह की भारी-भरकम मशीन का इस्तेमाल होता देखा सकता है। इस मशीन पर टाटा का नाम लिखा है। इसमें बताया गया है कि ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर पर रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए इस न्यू ट्रैक कंस्ट्रक्शन (एनटीसी) मशीन का भारत में पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है। यह मशीन एक दिन में करीब डेढ़ किलोमीटर का ट्रैक बिछा देती है।

यूट्यूब चैनल India Infrastructures facts पर भी इस तरह की मशीन से रेलवे ट्रैक को बनाने के वीडियो को देखा जा सकता है।

इस बारे में भारतीय रेलवे के पीआरओ अमित मालवीय का कहना है, “भारत में भी रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन वायरल वीडियो भारत का नहीं है।

भ्रामक दावा करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। 8 अप्रैल 2023 को बने इस पेज के 412 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: भारत में रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए एनटीसी मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो मलेशिया का है।

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