Fact check : गिद्धों के झुंड के दो साल पुराने वीडियो को ‘जटायु’ बताकर राम मंदिर से जोड़कर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अयोध्या में जटायु दिखने के नाम से वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। वीडियो साल 2021 से सोशल मीडिया पर मौजूद है। साल 2021 में एक अरबी फेसबुक पेज ने इसे शेयर किया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सभी लोग जुटे हुए हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर गिद्धों के झुंड एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर के समारोह में शामिल होने के लिए ‘जटायु’ का एक झुंड वहां पर पहुंचा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। वीडियो साल 2021 से सोशल मीडिया पर मौजूद है। साल 2021 में एक अरबी फेसबुक पेज ने इसे शेयर किया था। हालांकि,हम इसकी पुष्टि नहीं करते यह वीडियो कब और कहां पुराना है। लेकिन यह साफ है कि इसका अयोध्या में चल रहे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ने 6 जनवरी 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, ‘जटायु का झुंड पहुंचा अयोध्या” कोई चमत्कार अथवा संयोग।’

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/VISHNUK35030487/status/1742790630282006957

पड़ताल

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें यह वीडियो Dooz नामक एक फेसबुक अकाउंट पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 8 अक्टूबर 2021 को शेयर किया गया है। कैप्शन में अरबी में गिद्धों के बारे में सवाल पूछा गया है।

पड़ताल के दौरान हमें यही वीडियो कई इंस्टाग्राम अकाउंट पर साल 2021 में अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर हुआ मिला। animals_geolife नामक एक इंस्टाग्राम यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए गिद्धों के पंखों की तारीफ की है। जबकि jjvillard नामक एक इंस्टाग्राम यूजर ने साल 2021 में वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, आप कर सकते हैं।

हमने सर्च को आगे बढ़ाते हुए गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से भी सर्च करने की कोशिश की। लेकिन हमें दावे से जुड़ी कोई खबर नहीं मिली।

अधिक जानकारी के लिए अयोध्या के दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमाशरण अवस्थी से संपर्क किया। उनका कहना है कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। यह यहां का नहीं है। राम मंदिर के पास इस तरह का कोई पक्षी देखने को नहीं मिला।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को 237 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को आगरा का रहने वाला बताया है।

हम स्वतंत्रत रूप से इसकी पुष्टि नहीं करते यह वीडियो कब और कहां का है। लेकिन यह साफ है कि इसका अयोध्या में चल रहे राम मंदिर के  प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अयोध्या में जटायु दिखने के नाम से वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। वीडियो साल 2021 से सोशल मीडिया पर मौजूद है। साल 2021 में एक अरबी फेसबुक पेज ने इसे शेयर किया था।

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