Fact Check : 2015 से इंटरनेट पर मौजूद धमाके के वीडियो को दिल्ली का बताकर किया जा रहा शेयर

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दिल्ली गैस प्लांट में धमाके के नाम से वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। दिल्ली में इस तरह का कोई हादसा नहीं हुआ  है। असल में वायरल वीडियो साल 2015 से इंटरनेट पर अलग-अलग दावों के साथ वायरल हो रहा है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते है कि यह वीडियो कितना पुराना और कब का है, लेकिन यह तय है कि इसका दिल्ली से कोई संबंध नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक प्लांट में हुए धमाके के वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह हाल ही में दिल्ली में हुए हादसे का है। दिल्ली के गैस प्लांट में आग लगने से धमाका हुआ,  जिसकी वजह से हजार लोगों की जान चली गई। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। दिल्ली में इस तरह का कोई हादसा नहीं हुआ  है। असल में वायरल वीडियो साल 2015 से इंटरनेट पर अलग-अलग दावों के साथ वायरल हो रहा है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते है कि यह वीडियो कितना पुराना और कब का है,लेकिन यह तय है कि इसका दिल्ली से कोई संबंध नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल ?

इंस्टाग्राम यूजर सिद्धांत ने 19 मार्च 2024 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। वीडियो पर लिखा हुआ है, “हजार लोग मरे। दिल्ली गैस प्लांट में हुआ भयंकर धमाका।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। हमें गैस प्लांट में आग लगने और धमाका होने की कोई न्यूज नहीं मिली। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वीडियो की सच्चाई जानने के लिए इनविड टूल की मदद ली। हमने इनविड की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो ला वोज डी रोसारिया नामक एक फेसबुक अकाउंट (आर्काइव लिंक) पर 28 मार्च 2019 को शेयर हुआ मिला। कैप्शन में स्पैनिश में इस वीडियो को वेनेजुएला में हुए धमाके का बताया गया है। 

इसी तरह हमें यह वीडियो (आर्काइव लिंक) जॉर्ज टियो नामक एक फेसबुक अकाउंट पर 23 फरवरी 2017 को अपलोड हुआ मिसा। कैप्शन में वीडियो को सिंगापुर में हुए धमाके का बताया गया है, जबकि पीपुल्स डेली चीन नामक एक फेसबुक अकाउंट (आर्काइव लिंक) ने 17 अगस्त 2017 को इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे चीन का बताया है। 

जांच के दौरान हमें वीडियो का लंबा वर्जन हुओंग (आर्काइव लिंक) और अहमद त्रिबान (आर्काइव लिंक) नामक यूट्यूब चैनल पर 19 नवंबर 2015 को शेयर मिले। कैप्शन में वीडियो को चीन के केमिकल प्लांट में लगी आग का बताया गया है। 

हमारी अब तक की पड़ताल से यह साबित होता है कि यह वीडियो दिल्ली का नहीं है और इंटरनेट पर अलग-अलग देशों के नाम से साल 2015 से वायरल है। हालांकि, हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं कि यह वीडियो कितना पुराना है और कब का है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दिल्ली दैनिक जागरण के क्राइम रिपोर्टर मनीष राणा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह दिल्ली का नहीं हैं। अगर सच में हजार लोगों की किसी हादसे में मौत हुई होती तो इसकी जानकारी मुझे होती।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 175 के लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दिल्ली गैस प्लांट में धमाके के नाम से वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। दिल्ली में इस तरह का कोई हादसा नहीं हुआ  है। असल में वायरल वीडियो साल 2015 से इंटरनेट पर अलग-अलग दावों के साथ वायरल हो रहा है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते है कि यह वीडियो कितना पुराना और कब का है, लेकिन यह तय है कि इसका दिल्ली से कोई संबंध नहीं है।

False
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