Fact Check: इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने का नहीं है ये वीडियो, ग्वाटेमाला की पुरानी क्लिप वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो मध्य अमेरिका के ग्वाटेमाला का है। इस पुराने वीडियो को इंडोनेशिया के फटे ज्वालामुखी से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने का नहीं है ये वीडियो, ग्वाटेमाला की पुरानी क्लिप वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ज्वालामुखी को फटते हुए देखा जा सकता है और आस-पास लोग भागते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो इंडोनेशिया में फटे ज्वालामुखी का है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो मध्य अमेरिका के देश ग्वाटेमाला का है। इस पुराने वीडियो को इंडोनेशिया के ज्वालामुखी से जोड़ कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने के बाद का दृश्य।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने गूगल लेंस के जरिये वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को सर्च किया। सर्च में हमें ‘वॉइस ऑफ अमेरिका’ के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर वायरल वीडियो अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो को 4 जुलाई 2018 को अपलोड किया गया था । दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘ग्वाटेमाला हाईवे पर ज्वालामुखीय का मंजर।”  

इसी बुनियाद पर हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें ग्वाटेमाला के न्यूज़ पेपर प्रेंसा लिबरे के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो अपलोड हुआ मिला। जुलाई 2018 को अपलोड किये गए वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक , ‘ग्वाटेमाला, फ्यूगो ज्वालामुखी के फटने के दौरान हाईवे पर मौजूद लोगों का वीडियो।

वायरल वीडियो को एएफपी के यूट्यूब चैनल पर भी जुलाई 2018 को अपलोड किया गया है। यहां दी गई विस्तृत जानकारी के मुताबिक, ‘ग्वाटेमाला के अधिकारियों का कहना है कि ज्वालामुखी फटने से कम से कम 25 लोग मारे गए हैं। ज्वालामुखी डी फ्यूगो रविवार को राख और पिघली हुई चट्टान के ढेर के साथ फट गया।

खबरों के मुताबिक, इंडोनेशिया के माउंट रुआंग में भयंकर ज्‍वालामुखी विस्‍फोट होने की संभावना जताई जा रही है। पिछले महीने भयानक विस्फोट हुआ था। इंडोनेशिया के टेम्पो अखबार की रिपोर्ट में सार्वजनिक निर्माण और आवास मंत्री बासुकी हादीमुलजोनो के हवाले से बताया गया कि रुआंग द्वीप की लगभग 10,000 लोगों की आबादी को वहां से 40 किलोमीटर दूर उत्तरी सुलावेसी द्वीप पर बोलांग मोंगोंडो में ले जाया जा रहा है। ”

वायरल वीडियो से जुडी पुष्टि के लिए हमने इंडोनेशिया के फैक्ट चेकर अरीबीवो सस्मितो से संपर्क साधा और वायरल पोस्ट उनके साथ शेयर की। उन्होंने पुष्टि देते हुए बताया कि इंडोनेशिया उन देशों में से है, जहां एक्टिव ज्वालामुखी काफी तादाद हैं हैं। हालांकि, यह वीडियो इंडोनेशिया का नहीं है। यहां पर आपदा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को खाली कराया जा रहा है।

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 258 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो मध्य अमेरिका के ग्वाटेमाला का है। इस पुराने वीडियो को इंडोनेशिया के फटे ज्वालामुखी से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
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