Fact Check : भड़काऊ बयान देते शख्स का यह वीडियो पुराना है, हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर किया जा रहा शेयर

भड़काऊ बयान देते शख्स का यह वीडियो जनवरी 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को हालिया चल रहे आंदोलन का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

Fact Check : भड़काऊ बयान देते शख्स का यह वीडियो पुराना है, हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर किया जा रहा शेयर

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कई पुराने वीडियो और पोस्ट वायरल हो रहे हैं। अब इसी से जोड़ते हुए एक वीडियो को तेजी से शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को सिख सैनिकों को लेकर बोलते हुए सुना जा सकता है। अब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को हालिया किसान आंदोलन का बताकर वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2021 का है। तीन साल पुराने वीडियो को हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर Defencesite ने 21 फरवरी 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है,”एक सिख किसान ने चेतावनी दी, “अगर भारतीय सेना में हमारे सिख लड़के विद्रोह करते हैं और किसानों में शामिल हो जाते हैं। तो पाकिस्तान को दिल्ली पहुंचने में 10 मिनट भी नहीं लगेंगे!

ये किसान है

#FarmerProtest2024 #sikh “

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

फेसबुक पर कुछ अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/girish_bhau/status/1759983612555079844

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। फेसबुक पेज DEFENCE360 ने इस वीडियो को 31 जनवरी 2021 को पोस्ट (आर्काइव लिंक) किया है। वीडियो को फार्मर प्रोटेस्ट का बताया गया है।

सर्च के दौरान यह वीडियो हमें एक्स यूजर Krutika Varu के अकाउंट पर भी मिला। 30 जनवरी 2021 को किए गए पोस्ट में इस वीडियो को साल 2021 के किसान आंदोलन का बताया गया है।

https://twitter.com/VaruKrutika/status/1355521053078872066

अमित तोमर नाम के फेसबुक यूजर ने भी इस वीडियो को साल 2021 में शेयर किया था। वीडियो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक,वीडियो 2021 में हुए किसान आंदोलन के दौरान का है।

इससे यह तो साफ होता है कि वायरल वीडियो पहले से इंटरनेट पर मौजूद है और इसका हालिया चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को लेकर हमने अंबाला में दैनिक जागरण के रिपोर्टर दीपक से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वहां इस तरह की कोई स्पीच हाल में नहीं दी गई है। वीडियो पहले वायरल हुआ था।

हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर कई पोस्ट वायरल किए जा रहे हैं। जिनकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की है। हालिया किसान आंदोलन से जुड़ी फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक पेज को हमने स्कैन किया। इस पेज को 6 जुलाई 2022 को बनाया गया है।

निष्कर्ष: भड़काऊ बयान देते शख्स का यह वीडियो जनवरी 2021 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका हालिया किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को हालिया चल रहे आंदोलन का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

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