Fact Check: वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के स्कूल का है, दिल्ली का बताकर किया जा रहा है शेयर

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि दिल्ली स्कूल का बताकर शेयर किया जा रहा दावा भ्रामक है। असल में यह वीडियो साल 2021 में गाजियाबाद के विजय नगर के प्राथमिक विद्यालय में हुई घटना का है, जिसे अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के स्कूल का है, दिल्ली का बताकर किया जा रहा है शेयर

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। जिसमें एक स्कूल में कुछ मुस्लिम समुदाय के बच्चे बैठे हुए हैं। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह दिल्ली के विजय नगर के एक स्कूल का वीडियो है। जहां स्कूल में कलमा और उर्दू पढ़ने की इजाजत दी गई है।

विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल वीडियो का दिल्ली से कोई संबंध नहीं है। यह घटना साल 2021 में गाजियाबाद के स्कूल में हुई थी। उसी वीडियो को अब आम आदमी पार्टी और सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Deepu Singh ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “*यह है केजरीवाल का दिल्ली स्कूल मॉडल जिनसे सेकुलर हिंदुओं को लगता है कि केजरीवाल अच्छा काम कर रहा है वह देख लीजिए दिल्ली के सरकारी स्कूलों को केजरीवाल ने मदरसे में बदलना शुरू कर दिया है*

*दिल्ली के विजय नगर का एक सरकारी स्कूल है यह  स्कूल में कलमा, उर्दू पढ़ने की इजाजत दी है केजरीवाल ने या उनके विधायक और सरकार का समर्थन है*

*अब हिंदुओं को तय करना है कि इन जिहादी सोच वाले अरविंद केजरीवाल की पार्टी के साथ क्या करना चाहिए*।”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो कई जगह अपलोड मिला। ‘Shingham Sanatani ॐ’ नाम के यूट्यूब चैनल पर वीडियो अपलोड मिला। 28 नवंबर 2021 को अपलोड वीडियो के दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो यूपी के गाजियाबाद के विजय नगर के प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर का है।

सर्च में वीडियो Dr. Ashutosh Gupta Ghaziabad Vidhansabha 56 के फेसबुक अकाउंट पर भी मिला। 20 नवंबर 2021 को अपलोड वीडियो के कैप्शन में बताया गया, ” वीडियो ग़ाज़ियाबाद के मिर्ज़ापुर, भूडभारत नगर का प्राइमरी विद्यालय का है। पाठशाला में मांस-बिरयानी की पार्टी चल रही थी। पुरूषों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ आशुतोष गुप्ता ने दिखाया वीडियो बनाया और पुलिस रिपोर्ट कराई।”

पहले भी यह वीडियो अलग-अलग मौकों पर समान दावे के साथ वायरल किया जा रहा चुका है। जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी। इस वीडियो को लेकर हमने आम आदमी पार्टी के मीडिया को-ओर्डिनेटर वेद कुमार से संपर्क किया। उन्होंने वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत बताया था। उन्होंने यह भी बताया था कि वीडियो दिल्ली का नहीं है।

हमने इस घटना को कवर करने वाली दैनिक जागरण की गाजियाबाद की रिपोर्टर दीपा शर्मा से भी बात की थी। उन्होंने हमें बताया था कि वीडियो दिल्ली का नहीं, बल्कि गाजियाबाद के विजय नगर के प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर का है। ये घटना साल 2021 का कुरान खानी नामक एक इस्लामिक कार्यक्रम के आयोजन का है। स्कूल की देखरेख करने वाला एक शख्स रियाजुद्दीन अपनी पत्नी के साथ वहीं रहता था। स्कूल की छुट्टी के दिन उसने इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। हंगामा होने पर  पुलिस वहां पहुंची थी और पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की गई थी। 

पड़ताल के अंत में हमने पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को स्कैन किया। पता चला कि  यूजर को फेसबुक पर 2 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि दिल्ली स्कूल का बताकर शेयर किया जा रहा दावा भ्रामक है। असल में यह वीडियो साल 2021 में गाजियाबाद के विजय नगर के प्राथमिक विद्यालय में हुई घटना का है, जिसे अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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