विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बेरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ते लोगों का यह वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि पंजाब के ब्लॉगर भाना सिद्धू की रिहाई की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन का है। वीडियो को अब गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। 13 फरवरी को फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत अन्य मांगों को लेकर दो केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक बेनतीजा रहने के बाद पंजाब से किसानों ने 13 फरवरी मंगलवार सुबह अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू कर दिया है। इसको लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें ट्रैक्टर पर सवार लोगों को पुलिस के बेरिकेड्स तोड़ते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हालिया किसान आंदोलन का है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल वीडियो का किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो पंजाब के ब्लॉगर भाना सिद्धू की रिहाई की मांग को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन का है। वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर ‘AMU Citizens’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “यह बेरिकेड्स किसानों का रास्ता नहीं रोक सकते!बेरिकेड्स तोड़ते हुए किसान लगातार दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।#FarmersProtest #FarmersProtest2024
#किसान_मज़दूर_मोर्चा_KMM”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकाले । फिर इन्हें गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें Pro Punjab Tv Canada पर एक वीडियो मिला। 3 फरवरी 2024 को अपलोड वीडियो में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य देखे जा सकते हैं। दी गई जानकारी के अनुसार, ” वीडियो संगरूर का है, जब भाने सिद्धू के हक में नौजवानों ने डिवाइडर के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिए थे और पुलिस के बेरिकेड्स तोड़ दिए थे।
सर्च दौरान वीडियो पंजाबी लोक चैनल के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मिला। 3 फरवरी 2024 को अपलोड वीडियो में इस वीडियो को संगरूर का बताया गया है।
वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट को ABP Sanjha के यूट्यूब चैनल पर भी देखा जा सकता है। 3 फरवरी 2024 को अपलोड वीडियो रिपोर्ट में इसे संगरूर में भाना सिंधु के हक में हुए प्रदर्शन का बताया गया है। वीडियो में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य देखे जा सकते हैं।
वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य न्यूज रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है। दैनिक जागरण पर 4 फरवरी 2024 को प्रकाशित खबर में बताया गया, “ब्लॉगर भाना सिद्धू की गिरफ्तारी के विरोध में शनिवार को किसान संगठन सड़क पर उतर आए।बठिंडा, फाजिल्का, पटियाला, नवांशहर, मुक्तसर, गुरदासपुर, रूपनगर व अन्य कई जिलों में दर्जनों किसान नेताओं को नजरबंद कर लिया गया। इसके बावजूद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संगरूर पहुंचने में सफल हो गए। मैहलां चौक के समीप प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के बैरिकेड उखाड़ फेंके। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर पानी की बौछार की तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।”
वीडियो को लेकर हमने संगरूर पंजाबी जागरण के जिला इंचार्ज बलजीत सिंह टिब्बा के साथ संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह वीडियो भाना सिद्धू के लिए हुए प्रदर्शन का है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 180K लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि बेरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ते लोगों का यह वीडियो किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि पंजाब के ब्लॉगर भाना सिद्धू की रिहाई की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन का है। वीडियो को अब गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।
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