Fact Check: टोल टैक्स को लेकर ऐसा कोई नियम नहीं, नितिन गडकरी का वायरल बयान फर्जी

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम से टोल चार्ज को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी है। परिवहन मंत्रालय ने इसे फेक न्यूज बताया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर टोल टैक्स को लेकर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्ट में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का हवाला देते हुए दावा किया जा रहा है, “अगर आप 12 घंटे की पर्ची कटवाकर इतने समय में ही लौट आते हैं तो कोई टोल टैक्स नहीं देना होगा।” विश्वास न्यूज़ ने दावे की जांच की और पाया कि वायरल दावा गलत है। नितिन गडकरी द्वारा इस तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Rajesh Sharma ने वायरल पोस्ट को शेयर किया है। पोस्ट में लिखा हुआ है, “आप टोल प्लाजा पे पर्ची कटवाते हो तो वो पूछता है कि एक साइड की दू या दोनों साइड की तो मित्रों में आपको बता दूं की आप उन्हें कहें कि पर्ची 12 घण्टे की दो ना कि डबल या सिंगल साइड अगर आप 12 घंटे में वापस आ सकते हो तो आपको कोई टोल नही लगेगा पर्ची पर भी समय लिखा होता है…जानकारी के अभाव में हम लोगों से टोल प्लाजा वाले चोर बाजारी करके हर रोज लाखों रुपया हजम कर रहे है..आप सबसे मेरी दरखास्त है कि इस सन्देश को सब लोगों के पास पहुंचाए ओर जनता को जागरूक करें।”धन्यवाद निवेदक : नितीन गडकरी भारत सरकार

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें NHAI द्वारा जारी टोल प्लाजा यूजर फीस एग्रीमेंट लेटर प्राप्त हुआ। इस लेटर में सिंगल जर्नी, मल्टीपल जर्नी और मंथली पास के किराए के बारे में जानकारी दी गई थी, लेकिन इसमें 12 घंटे की टोल पर्ची के बारे में कुछ नहीं लिखा हुआ है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स से सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। जिसमें इस बात का जिक्र हो कि नितिन गडकरी ने इस तरह का कोई बयान दिया है। हमने नितिन गडकरी के सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी खंगाला, लेकिन हमें दावे से जुड़ी कोई पोस्ट वहां पर भी नहीं मिली। 

जांच के दौरान हमें परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दावे से जुड़ा एक ट्वीट प्राप्त हुआ। 28 दिसंबर 2018 परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने ट्वीट कर वायरल दावे का खंडन किया था। ट्वीट में मंत्रालय ने इस मैसेज का जिक्र करते हुए,इसे गलत बताया है। 

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने NHAI के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार से संपर्क किया। हमने वायरल दावे को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। ऐसा कोई नियम एनएचएआइ ने नहीं बनाया है। पूर्व में एनएचएआई इसका खंडन भी कर चुकी है। ऐसी अफवाहों पर लोग ध्यान न दें। 

पहले भी यह दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। उस दौरान भी विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी। पूरी रिपोर्ट यहां पर पढ़े। 

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर Rajesh Sharma की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर के फेसबुक पर  2,258 फॉलोअर्स हैं। Rajesh Sharma मध्य प्रदेश के मुरैना शहर के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम से टोल चार्ज को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी है। परिवहन मंत्रालय ने इसे फेक न्यूज बताया है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट