Fact Check : भारत का गलत मैप दिखाती तस्वीर BBC के पुराने कार्यक्रम का हिस्सा, PM मोदी पर बनी प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री से कोई लेना-देना नहीं

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट साल 2015 का है। साल 2015 में बीबीसी ने अपने एक कार्यक्रम में भारत के मैप को गलत दिखाया था। साल 2021 में बीबीसी ने भारत का मैप गलत दिखाने के लिए माफी मांगी थी। इस मैप से जुड़े वीडियो और रिपोर्ट को अब वेबसाइट और यूट्यूब चैनल दोनों ही जगह से हटा दिया गया है।

Fact Check : भारत का गलत मैप दिखाती तस्वीर BBC के पुराने कार्यक्रम का हिस्सा, PM मोदी पर बनी प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री से कोई लेना-देना नहीं

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पीएम मोदी और गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्युमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर बीबीसी का एक स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर भारत का गलत नक्शा बना हुआ है। वायरल पोस्ट को शेयर किए जाने के समय से यह प्रतीत हो रहा है कि यह बीबीसी की डॉक्युमेंट्री के विवाद शुरू होने के बाद की है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट साल 2015 का है। साल 2015 में बीबीसी ने अपने एक कार्यक्रम में भारत के मैप को गलत दिखाया था। साल 2021 में बीबीसी ने भारत का मैप गलत दिखाने के लिए माफी मांगी थी। इस मैप से जुड़े वीडियो और रिपोर्ट को अब वेबसाइट और यूट्यूब चैनल दोनों ही जगह से हटा दिया गया है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर गौरव वर्मा ने वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन में लिखा है, बीबीसी ने कश्मीर को भारत के मैप से निकाल दिया है। अब समय है बीबीसी को भारत से निकालने का।

पोस्ट के आकाईव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल 


वायरल स्क्रीनशॉट की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल स्क्रीनशॉट से जुड़ा एक ट्वीट एंटरप्रेन्योर अनिल के एंटनी के आधिकारिक अकाउंट पर मिला। उन्होंने बीबीसी की कुछ रिपोर्ट्स के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए बताया है कि वायरल तस्वीर पुरानी है। बीबीसी ने कुछ साल पहले अपनी रिपोर्ट्स में भारत के मैप को गलत दिखाया था। ट्वीट में बीबीसी की साल 2015 और 2020 की रिपोर्ट्स को शेयर किया गया है, जिसमें उसने भारत के मैप में जम्मू-कश्मीर को भारत का भाग नहीं बताया है। 

विश्वास न्यूज ने वायरल स्क्रीनशॉट के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स के जरिए सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमने पाया कि बीबीसी ने एक बार नहीं, बल्कि कई बार भारत के मैप को गलत दिखाया है। वेबसाइट को खंगालने पर हमने पाया कि साल 2021 में बीबीसी ने यूएस चुनाव से जुड़ी एक रिपोर्ट में भी भारत का मैप गलत दिखाया था। पोस्ट वायरल होने के बाद बीबीसी ने इस पर माफी मांगते हुए इसे अपडेट किया था। 

पड़ताल के दौरान हमें वेबसाइट पर एक वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसे अब वेबसाइट से हटा दिया गया है। रिपोर्ट में डिसक्लेमर के साथ लिखा हुआ है, वीडियो में भारत के मैप को गलत दिखाया गया था। इसी वजह से इस वीडियो रिपोर्ट को हटाया जा रहा है। रिपोर्ट में पीएम नरेंद्र मोदी की हवाई यात्राओं के बारे में बताया गया था। वीडियो को 12 नवंबर 2015 को अपलोड किया गया था।

वीडियो के बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमने वेबैक मशीन टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल की मदद से हमें यह वीडियो मिला। हमने वीडियो को देखने के बाद पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट इसी वीडियो में से लिया गया है। वीडियो में 10 सेकेंड पर वायरल स्क्रीनशॉट वाले हिस्से को देखा जा सकता है, जिसमें भारत के मैप को गलत दिखाया गया है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने बीबीसी यूके से मेल के जरिए संपर्क किया। बीबीसी के प्रवक्ता ने हमें रिप्लाई करते हुए बताया, “वायरल स्क्रीनशॉट साल 2015 में बीबीसी द्वारा प्रसारित एक कार्यक्रम के वीडियो का है, जिसमें भारत के मैप को गलत दिखाया गया था। हमने इसके लिए माफी मांगी है और इसे अब वेबसाइट और यूट्यूब से हटा दिया गया है।”

पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। हमने पाया कि ये एक विचारधारा से प्रभावित हैं। यूजर की प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, वो अभी दिल्ली में रहते हैं और राजस्थान के रहने वाले हैं। फेसबुक पर यूजर को सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर फेसबुक पर फरवरी 2011 से  सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट साल 2015 का है। साल 2015 में बीबीसी ने अपने एक कार्यक्रम में भारत के मैप को गलत दिखाया था। साल 2021 में बीबीसी ने भारत का मैप गलत दिखाने के लिए माफी मांगी थी। इस मैप से जुड़े वीडियो और रिपोर्ट को अब वेबसाइट और यूट्यूब चैनल दोनों ही जगह से हटा दिया गया है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट