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Fact Check : राजस्थान के वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताकर गलत दावे से किया जा रहा है शेयर

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर शेयर किया जा रहा दावा भ्रामक है। असल में यह वीडियो राजस्थान के भरतपुर का है, जिसे अब कुछ लोग हालिया बताकर उत्तर प्रदेश के नाम से शेयर कर रहे हैं। वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। 

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें तीन युवकों को घिसट-घिसट कर चलते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को हालिया बताकर शेयर कर दावा कर रहे हैं कि इन तीनों ने उत्तर प्रदेश में एक लड़की के साथ छेड़खानी की थी, जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनका यह हाल किया है।

विश्वास न्यूज ने वीडियो की पड़ताल की और दावे को भ्रामक पाया। असल में यह वीडियो  राजस्थान के भरतपुर का है, जिसे उत्तर प्रदेश का बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है। वीडियो का हाल-फिलहाल की किसी घटना से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Nisha Tyagi ने 2 सितंबर 2024 को वायरल वीडियो को शेयर किया है और लिखा है, “योगीजी आपको साधूवाद है कई पीड़ीयाँ आपको याद करती रहेंगी…**लेकिन आज का हिन्दू आपको ओर आपकी कार्यप्रणाली को नहीं समझेगा…**सहाब,,, अफजल,,, पैसल.. ये तीन मुस्लिम लड़के.. अफजल ने उत्तर प्रदेश में साइकिल चला रही एक हिन्दू लड़की को खींच लिया। बाकी दो ने लड़की को बाइक से टक्कर मार दी और भाग गए… इस घटना के 24 घंटे के अंदर ही योगीजी ने इनके पैरों में गोलियाँ डाल दी… इलाज भी किया और व्हीलचेयर दिए बिना जेल भी भेज दिया… अगर ये राष्ट्रीय पार्टी की हिम्मत है…ये हिम्मत हमारे हिंदुओ के लिए है। क्या इसके अलावा कोई और पार्टी है…?”

वायरल पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज के जरिए सर्च किया। हमें वीडियो को लेकर फेसबुक पर कई पोस्ट शेयर किए हुए मिले। Fact तंत्र नाम के फेसबुक पेज ने 18 सितंबर 2023 को वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “अपराध का अंत देखिए……… भरतपुर के हिस्ट्रीशीटर अजय झामरी के हत्याकांड मामले में पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था । जिनके पैर में गोली लगी थी। लेकिन अपराध का अंत इतना बुरा होता है कि अपराधियों से चला भी नहीं जा रहा है। हालत देखिए किस तरह से है अपने आप को घसीटते हुए चल रहे हैं अपराधी। हर एक अपराध का अंत यही होता है।Rajasthan Police को salute “

कई अन्य फेसबुक यूजर्स ने भी इस वीडियो को समान कैप्शन के साथ शेयर किया है।

सर्च के दौरान वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट हमें फर्स्‍ट इंडिया न्‍यूज के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर मिली। वीडियो को 18 सितंबर 2023 को अपलोड किया गया है। दी गई जानकारी के अनुसार, यह वीडियो भरतपुर के अजय झामरी हत्‍याकांड के आरोपियों का है। पुलिस मुठभेड़ में तीनों आरोपियों को गोली लगी थी। वीडियो में वायरल वीडियो के दृश्य को साफ़ देखा जा सकता है। उसी वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताकर शेयर किया जा रहा है।

वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य न्यूज रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।

जांच में आगे हमने वायरल दावे को लेकर गूगल पर सर्च किया। हमें दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट मिली। 17 सितंबर 2023 को प्रकाशित खबर में बताया गया,  अंबेडकर नगर में छात्रा से छेड़छाड़ में दो आरोपियों से पुलिस की मुठभेड़ हुई। जब आरोपियों को पुलिस मेडिकल के लिए ले जा रही थी, तभी तीनों आरोपी ने भागने की कोशिश की। मुठभेड़ में दो आरोपियों के पैर में गोली लगी। वहीं, एक अभियुक्त का पैर टूट गया था।

पहले भी यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उस समय हमने वीडियो को लेकर भरतपुर के अटल बंद थाने के एसएचओ मनीष शर्मा से संपर्क किया था। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया था, “वायरल वीडियो भरतपुर का ही है। इसका यूपी से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो 17 सितंबर को बनाया गया था।” फैक्ट रिपोर्ट को यहां पढ़ें।

अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाली फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। पता चला कि यूजर को 2 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने स्वयं को दिल्ली की रहने वाली बताया है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर शेयर किया जा रहा दावा भ्रामक है। असल में यह वीडियो राजस्थान के भरतपुर का है, जिसे अब कुछ लोग हालिया बताकर उत्तर प्रदेश के नाम से शेयर कर रहे हैं। वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। 

  • Claim Review : यह वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का है।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर - Nisha Tyagi
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