Fact Check: किसान नेता राकेश टिकैत के साथ ओडिशा में मारपीट का दावा करता वायरल पोस्ट है भ्रामक

ओडिशा में किसान नेता राकेश टिकैत की पिटाई का दावा करने वाली पोस्ट भ्रामक है। असल में उनके समर्थकों पर ओडिशा में हमला करने का प्रयास किया गया था, लेकिन इस सब में टिकैत पर कोई हमला नहीं हुआ।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में अहम भूमिका निभा रहे किसान नेता राकेश टिकैत आजकल देशभर में किसान महापंचायतों में शामिल हो रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि राकेश टिकैत की ओडिशा में पिटाई हो गई। पिछले दिनों टिकैत ओडिशा में किसान महापंचायत में हिस्सा लेने पहुंचे थे।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। मीडिया​ रिपोर्ट्स के अनुसार, 19 मार्च को जब टिकैत लौट रहे थे तो कटक में टिकैत के समर्थकों पर हमले का प्रयास किया गया था। हालांकि, इसमें टिकैत के साथ कोई मारपीट नहीं हुई थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Krishan Goswami ने यह पोस्ट शेयर की, जिसमें लिखा गया है: टिकैत की पिटाई करने वाला पहला राज्य बना उड़ीसा जल्द ही यूपी और हरियाणा से भी उम्मीदे…

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर इस घटना के बारे में सर्च किया। अगर ऐसी कोई घटना हुई होती तो यह मीडिया में जरूर रिपोर्ट हुई होती, लेकिन हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।

हालांकि, हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, 19 मार्च को प्रकाशित इन रिपोर्ट्स के अनुसार, टिकैत ओडिशा में जाजपुर जिले के चंडीखोल में किसान महापंचायत को संबोधित कर लौट रहे थे जब टिकैत व उनके समर्थकों पर कटक गुरुद्वार मंदिर के सामने हमला करने का प्रयास किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावरों की पहचान देव सेना के कार्यकर्ताओं के रूप में हुई थी। हालांकि, इस घटना में कोई मारपीट नहीं हुई और न ही ​टिकैत को कुछ हुआ।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने कटक के डीसीपी प्रतीक सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है। असल में किसान महापंचायत के बाद टिकैत गुरुद्वार मंदिर में दर्शन के लिए आए थे और यहां से उनके जाने के बाद देव सेना के कार्यकर्ताओं ने वहां पोस्टर फाड़ने शुरू कर दिए, जिसके बाद वहां मौजूद मंदिर के लोग और टिकैत समर्थकों के साथ उनकी कहासुनी हो गई। इस सारे घटनाक्रम के दौरान टिकैत वहां मौजूद नहीं थे, वे पहले ही वहां से जा चुके थे।

अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर Krishan Goswami की प्रोफाइल को स्कैन करने का। यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यूजर के फेसबुक पर 2269 दोस्त है।

निष्कर्ष: ओडिशा में किसान नेता राकेश टिकैत की पिटाई का दावा करने वाली पोस्ट भ्रामक है। असल में उनके समर्थकों पर ओडिशा में हमला करने का प्रयास किया गया था, लेकिन इस सब में टिकैत पर कोई हमला नहीं हुआ।

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