Fact Check: बांग्लादेशी रिक्शेवाले की पुरानी तस्वीर, भारत में दुष्कर्म के आरोपी के नाम से हुई वायरल

Fact Check: बांग्लादेशी रिक्शेवाले की पुरानी तस्वीर, भारत में दुष्कर्म के आरोपी के नाम से हुई वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। ग्रेटर नोएडा में हुए दुष्कर्म के मामले के नाम पर एक शख्स की तस्वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया यूजर का दावा है की यह तस्वीर उसी आरोपी की है, जिसने बच्ची की साथ दुष्कर्म किया। विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित होता है। वायरल तस्वीर बांग्लादेश के एक रिक्शावाले की है, जिसे फोटोग्राफर आकाश ने 2015 में ‘ऑरेंज जनरेशन” के तहत खींचा था।

क्या है फेसबुक पोस्ट में

फेसबुक यूजर Rajesh Omkar ने 28 सितम्बर को एक पोस्ट अपलोड की, जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, ‘ढाई साल की बच्ची से बालात्कार करता रँगे हाथ पकड़ाया, मोहम्मद नियाज़ रज़्ज़ाक’ पोस्ट के साथ हमें www.mnsnews.in का एक स्टोरी लिंक मिला जिसपर भी कैप्शन जैसी हैडिंग नज़र आयी।

हमने पाया कि पोस्ट को इसी दावे के साथ बहुत से यूजर वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

सबसे पहले हम पोस्ट के साथ दिए गए लिंक में गए। 24 सितम्बर को एमएनएस में छपी इस खबर की सुर्खी है, ”ढाई साल की बच्ची से बालात्कार करता रँगे हाथ पकड़ाया, मोहम्मद नियाज़ रज़्ज़ाक” .

वायरल  तस्वीर में नज़र आ रहे शख्स की तस्वीर को हमने क्रॉप करके सर्च किया और हमारे हाथ asiasociety.org की तरफ से 18 अगस्त 2015 को पब्लिश हुआ एक ब्लॉग लगा। ब्लॉग में दी गई तस्वीर में उस तस्वीर को भी देखा जिसे भारत में एक भ्रामक हवाले के साथ वायरल किया जा रहा है। ब्लॉग की हेडिंग है- Interview: From Brothels to Beards, Bangladeshi Photographer Captures the Human Spirit

तस्वीर की पड़ताल जारी रखी और हमें gmbakash.wordpress.com पर orange-generation के टॉपिक से पब्लिश एक ब्लॉग मिला। इस आर्टिकल में हमें वह तस्वीर भी मिली, जो वायरल हो रही है।

तस्वीर में gmbakash लिखा हुआ नज़र आया और हमने फेसबुक पर उन्हें तलाश करना शुरू किया और हमें मालूम हुआ कि वह एक बांग्लादेशी फोटोग्राफर हैं और उन्होंने इस तस्वीर को खींचा था। आकाश के फेसबुक पेज पर भी हमें यह तस्वीर विस्तार के साथ नज़र आई।

इस शख्स बांग्लादेश का है। इस खबर को पुख्ता करने की लिए हमने तस्वीर खींचने वाले फोटोग्राफर आकाश से मेल के ज़रिये बात की और वायरल हो रही तस्वीर और दावा उनके साथ शेयर किया। जिसके जवाब में उन्होंने बताया, ”यह तस्वीर बांग्लादेश के ढाका के एक रिक्शावाले की है। यह फोटो जिस हवाले के साथ वायरल की जा रही है, वह फ़र्ज़ी है।”

अब हमने गूगल पर ग्रेटर नोएडा के जारचा में फल बेचने वाले की तरफ से किये गए दुष्कर्म को सर्च किया और हमारे हाथ बहुत से लिंक्स लगे। इसी खबर को हमने दैनिक जागरण के ग्रेटर नोएडा ईपेपर में 20 सितम्बर 2019 की तारीख सेट करके तलाश करना शुरू किया और हमारे हाथ वही खबर लगी।  खबर की हेडिंग है, ‘ ढाई वर्षीय मासूम से दुष्कर्म के आरोप में युवक गिरफ्तार” खबर में इस घटना के बारे में विस्तार से लिखा था, ‘जारचा के एक गांव में ठेला लगाने वाला युवक पास में खड़ी ढाई साल की मासूम को अपने साथ ले गया और सुनसान इलाक़े में उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की माँ की शिकायत पर आरोपित को गिरफ्तार किया गया। ”

अपनी खबर को पक्की करने के लिए हमने जारचा पुलिस एसओ से बात की और उन्होंने हमें बताया, ”यह मामला पिछले महीने का है जब एक फल बेचने वाले युवक मोहम्मद नियाज़ रज़ाक ने एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था।  उन्होंने हमें बताया, ”इस मामले से जोड़कर वायरल की जा रही युवक की तस्वीर फ़र्ज़ी है।  एसओ ने विश्वास न्यूज़ के साथ आरोपित की असल तस्वीर भी शेयर की। “

अब बारी थी इस पोस्ट को वायरल करने वाले फेसबुक यूजर Rajesh Omkars की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यह यूजर महाराष्ट्र के पुणे से है और इस प्रोफाइल से एक ख़ास विचारधारा वाली पोस्ट की जाती है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम की पड़ताल में वायरल हो रही पोस्ट भ्रामक साबित होती है। पिछले महीने ग्रेटर नोएडा के जारचा में बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म का मामला सामने आया था। हालांकि, पोस्ट के साथ वायरल की जा रही तस्वीर फ़र्ज़ी है। फोटो में दिखाई दे रहा शख्स बांग्लादेश में रिक्शा चलाता है। वायरल हो रही इस तस्वीर को बांग्लादेशी फोटोग्राफर जीएमबी आकाश ने 2015 में ‘ऑरेंज जनरेशन’ टॉपिक के तहत खींचा था। इस सीरीज में उन्होंने बांग्लादेश में नारंगी रंग से रंगी दाढ़ी और सिर के बालों को कैप्चर किया था। 

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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