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Fact Check: PM मोदी के गोडसे को श्रद्धांजलि देने का दावा FAKE, वायरल तस्वीर दीनदयाल उपाध्याय की है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे को साथ-साथ श्रद्धांजलि दिए जाने का दावा फेक है। वायरल तस्वीर में जिस प्रतिमा को नाथूराम गोडसे का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह दीनदयाल उपाध्याय की है।

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: Oct 4, 2023 at 06:23 PM
  • Updated: Oct 5, 2023 at 11:56 AM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। हाल ही में संपन्न गांधी जयंती के बाद सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो अलग-अलग तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि एक तस्वीर में प्रधानमंत्री मोदी जहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं, वहीं दूसरी तस्वीर में वह उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। 

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया, जिसे फेक दावे के साथ राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा के साथ वायरल किया जा रहा है। वायरल तस्वीर में जिस प्रतिमा को नाथूराम गोडसे का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय हैं। दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के चिंतक और भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष थे। 

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Sultan Begusarai’ ने वायरल कोलाज (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री मोदी एक तस्वीर में जहां महात्मा गांधी को श्रद्धांजिल दे रहे हैं, वहीं दूसरी तस्वीर में वह नाथूराम गोडसे को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।

सोशल मीडिया पर फेक दावे के साथ वायरल तस्वीर।

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल कोलाज की  पहली तस्वीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने श्रद्धांजलि  देते हुए देखा जा सकता है। रिवर्स इमेज सर्च में यह तस्वीर हमें कई पुरानी रिपोर्ट्स में लगी मिली। यह तस्वीर 30 सितंबर 2018 की है, जब नरेंद्र मोदी ने गुजरात के राजकोट स्थित महात्मा गांधी संग्रहालय का दौरा किया था।

इंडियन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर 15 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।

वायरल कोलाज में शामिल पहली तस्वीर 2018 की है। (इंडियन एक्सप्रेस में 15 अगस्त 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट)

सर्च में हमें दूसरी तस्वीर ibtimes की वेबसाइट पर छह अप्रैल 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट में मिली। दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के तत्कालीन प्रेसिडेंट अमित शाह, केंद्रीय मंत्री (तत्कालीन) वेंकैया नायडू और सुरेश प्रभु की मौजूदगी में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति के समक्ष उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया था।

वन इंडिया डॉटकॉम की वेबसाइट पर भी हमें यह तस्वीर मिली। 11 अगस्त 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी की 37वें स्थापना दिवस के मौके पर दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति को श्रद्धांजलि अर्पित की।

दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति के समक्ष श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिसे गोडसे की प्रतिमा के फेक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

निम्न कोलाज में दोनों तस्वीरों के बीच के अंतर को साफ-साफ देखा जा सकता है।

वायरल तस्वीर को लेकर हमने उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव से संपर्क किया। वायरल तस्वीर के साथ किए गए दावे को फेक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राजनीतिक दुष्प्रचार बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें नजर आ रही प्रतिमा दीनदयाल उपाध्याय की है। 

deendayalupadhyay.org वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जन संघ पार्टी की स्थापना की थी। pmindia.gov.in की वेबसाइट पर मौजूद कई रिपोर्ट्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी मूर्ति के आगे श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए देखा जा सकता है।

Source-www.pmindia.gov.in

पीएम मोदी की तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब डेढ़ हजार लोग फॉलो करते हैं। यह तस्वीर पहले भी सोशल मीडिया पर समान दावे के साथ वायरल हुई थी, जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे को साथ-साथ श्रद्धांजलि दिए जाने का दावा फेक है। वायरल तस्वीर में जिस प्रतिमा को नाथूराम गोडसे का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह दीनदयाल उपाध्याय की है।

  • Claim Review : गांधी और गोडसे दोनों को श्रद्धांजलि देते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।
  • Claimed By : FB User-Sultan Begusarai
  • Fact Check : झूठ
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