Fact Check: एलीफैंट माउंटेन के नाम से वायरल तस्वीर असल में डिजिटल आर्ट है

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा फर्जी है। असल में वायरल तस्वीर में नजर आ रहा पहाड़ एडिटेड है। असली पहाड़ हाथी जैसा नहीं दिखता है।

Fact Check: एलीफैंट माउंटेन के नाम से वायरल तस्वीर असल में डिजिटल आर्ट है

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक हाथी जैसे दिखने वाले पहाड़ को देखा जा सकता है। पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह एक असली पहाड़ है, जो हाथी जैसा दिखता है।

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की पड़ताल की और पाया कि असल में वायरल तस्वीर में नजर आ रहा पहाड़ एडिटेड है। असली पहाड़ हाथी जैसा नहीं दिखता। इस तस्वीर को एक डिजिटल आर्टिस्ट ने बनाया था।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पेज एलीफैंट लवर्स क्लब (Elephant Lovers Club) ने इस फोटो को शेयर किया और उसके साथ लिखा “Elephant shaped mountain” जिसका अनुवाद होता है- “हाथी के आकार का पर्वत।”

पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए विश्वास न्यूज ने वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें ऐसी कोई ऑथेंटिक जगह नहीं मिली।

अब हमने इस तस्वीर को दो हिस्सों में रिवर्स इमेज सर्च किया। पहले हमने ऊपर वाले पहाड़ के फोटो को सर्च किया। हमें इस पहाड़ की तस्वीर पिक्साबे डॉट कॉम पर मिली। मगर यहां पहाड़ के नीचे हाथी जैसा दिखने वाला हिस्सा नहीं था, बल्कि साधारण पहाड़ था। तस्वीर के साथ लिखा था कि यह स्विट्ज़रलैंड में क्रेक्स डू वान पर्वत है। कीवर्ड के साथ ढूंढ़ने पर हमें इस पर्वत की और भी कई तस्वीरें मिलीं। किसी भी तस्वीर में पहाड़ हाथी जैसा नहीं दिखता।

इसके बाद हमने, तस्वीर में नीचे वाले हाथी जैसे दिखने वाले हिस्से को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। हमें यह तस्वीर पिक्साबे डॉट कॉम पर मिली।

अब यह तो साफ़ था कि तस्वीर एडिटेड है।  मगर हमें अब इस तस्वीर के सोर्स का पता लगाना था।

सोर्स का पता लगाना।

गूगल सर्च करने पर हमें यह तस्वीर 2021 के कई फेसबुक पोस्ट्स पर मिली। कई पोस्ट्स में इस तस्वीर के साथ Mirekis नाम के यूजर को पिक्चर क्रेडिट दिया गया था।

हमने ढूंढा तो हमें यह तस्वीर मिरेकिस (Mirekis) नाम के फेसबुक यूजर के पेज पर 2018 में अपलोड मिली। इस तस्वीर के नीचे लिखे एक कमेंट में मिरेकिस ने लिखा था कि यह कोई असली तस्वीर नहीं, बल्कि कुछ तस्वीरों को मिला कर बनाई गयी तस्वीर है। इनके प्रोफ़ाइल के अनुसार, वे आर्टिस्टिक फोटोग्राफी करते हैं।

विश्वास न्यूज़ ने एक बार पहले भी ऐसे ही एक पोस्ट की जांच की थी। उस समय हमने इस तस्वीर के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए मिरेकिस नाम के इस फेसबुक यूजर से फेसबुक मैसेंजर के जरिये संपर्क साधा था और इस तस्वीर के स्रोत के बारे में पूछा। उन्होंने हमें बताया था, “यह तस्वीर मैंने कुछ तस्वीरों को मिलाकर बनाई है। यह कोई असली जगह नहीं, बल्कि मेरी कल्पना है।

अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले पेज एलीफैंट लवर्स क्लब (Elephant Lovers Club) के प्रोफाइल को स्कैन करने की। प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि इस पेज के 4,419  फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा फर्जी है। असल में वायरल तस्वीर में नजर आ रहा पहाड़ एडिटेड है। असली पहाड़ हाथी जैसा नहीं दिखता है।

False
Symbols that define nature of fake news
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