Fact Check: एससी-एसटी आंदोलन से वायरल तस्वीर का नहीं है कोई संबंध, गलत दावा हुआ सोशल मीडिया पर वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में निखिल धोबी का SC/ST एक्ट में शहीद होने का दावा गलत साबित हुआ है। वायरल तस्वीर का SC/ST एक्ट आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वायरल तस्वीर फिलिस्तीन की फिल्म का एक सीन है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। धोबी समाज के संघर्ष को लेकर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में एक छोटा-सा बच्चा घुटनों के बल बैठा हुआ है और उसके सीने में गोली लगी हुई है। इस तस्वीर को शेयर करते दावा किया जा रहा है कि इस बच्चे का नाम निखिल धोबी है, जो कि 2 अप्रैल 2018 को एससी-एसटी एक्ट को बचाने के लिए हुए एक आंदोलन में शहीद हो गया था। विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर की जांच की और पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह तस्वीर फिलिस्तीन की फिल्म “Mamlakat al-Naml (The Kingdom of Ants)” का एक सीन है।

क्या हो रहा वायरल?

ट्विटर यूजर “दिलीप भीम कनौजिया” ने 2 अप्रैल को वायरल तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा, “ये सबूत हैं धोबी समाज का जो कहते है धोबी समाज संघर्ष नहीं करता ये शहीद होने वाला लड़का निखिल धोबी है गाजियाबाद का , जो 2 अप्रैल 2018 को sc st एक्ट को बचाने के लिए हुए आंदोलन में शहीद हुआ था। इस बच्चे की निडरता, वीरता हमारे समाज को साहस देती हैं और क्रांति का संदेश देता है।”

एक अन्य यूजर कुलदीप बौद्ध ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया है। फैक्ट चेक के उद्देश्य से ट्विटर पर लिखी गई बातों को हूबहू लिखा गया है। इसके आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल –

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ा वीडियो एक अरबी यूट्यूब चैनल abed fahdfans पर 10 नवंबर 2010 को अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो फिल्म किंगडम ऑफ आर्ट (Mamlakat al-Naml) का है। वीडियो में 3 मिनट 38 सेकंड पर वायरल तस्वीर वाले दृश्य को देखा जा सकता है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें पूरी फिल्म किंगडम ऑफ आर्ट (Mamlakat al-Naml) moisture drop (قطر الندى) नामक एक यूट्यूब चैनल पर 27 मार्च 2015 को अपलोड मिली। वीडियो में 1:16:40 पर वायरल द्श्य वाले हूबहू सीन को देखा जा सकता है। वीडियो में दो गुटों को आपस में लड़ते हुए देखा जा सकता है। इसी दौरान एक बच्चे को गोली लग जाती है और वह वहां पर गिर जाता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने फिल्म किंगडम ऑफ आर्ट के बारे में सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पता चला कि यह फिल्म एक फिलिस्तीन मूवी है, जो कि 2 दिसंबर 2012 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म को Chawk Mejri ने निर्देशित किया था।

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण के गाजियाबाद रिपोर्टर आशुतोष अग्निहोत्री के साथ संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा फेक है। तस्वीर का गाजियाबाद से कोई संबंध नहीं है। यह पहली बार नहीं है, जब यह तस्वीर वायरल हो रही है। पहले भी यह तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल हो चुकी है। उस दौरान भी हमने फैक्ट चेक कर तस्वीर की सच्चाई सामने रखी थी।

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। ट्विटर यूजर दिलीप भीम कनौजिया के सोशल सकैनिंग में पता चला कि यूजर के 3221 फॉलोवर्स हैं। यूजर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और एक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में निखिल धोबी का SC/ST एक्ट में शहीद होने का दावा गलत साबित हुआ है। वायरल तस्वीर का SC/ST एक्ट आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। वायरल तस्वीर फिलिस्तीन की फिल्म का एक सीन है।

False
Symbols that define nature of fake news
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