केरल के श्री अनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर के मगरमच्छ ‘बबिया’ की मौत हाल में हुई है, लेकिन वायरल फोटो उसकी नहीं है। यह फोटो कोस्टारिका के मछुआरे चीटो और मगरमच्छ ‘पोछो’ की है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। केरल में मगरमच्छ बबिया की मौत के बाद सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो और फोटो पोस्ट कर यूजर्स उसे श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इनमें से एक फोटो में मगरमच्छ और इंसान को देखा जा सकता है। इसे शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह फोटो मगरमच्छ ‘बबिया’ की है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल फोटो मगरमच्छ ‘बबिया’ की नहीं, बल्कि ‘पोछो’ की है। अक्टूबर 2011 में फोटो में दिख रहे मगरमच्छ ‘पोछो’ की मौत हो गई थी। सोशल मीडिया पर भ्रामक दावा वायरल हो रहा है।
फेसबुक यूजर Goutam Mewara (आर्काइव लिंक) ने 10 अक्टूबर को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,
मुलायम से तो अच्छा ये #केरल का #मन्दिर की रक्षा करने वाला #मगरमच्छ था श्रधांजलि इसे दो..
केरल के #कासरगोड में “श्री अनंतपुरा झील में ‘मंदिर की रखवाली करने वाले दिव्य मगरमच्छ “#बबिया “नहीं रहे। !
शाकाहारी बबिया श्री #अनंतपद्मनाभस्वामी का प्रसाद खाकर पिछले 70+ वर्षों से मंदिर की झील में रहे..! और #मंदिर की रक्षा करते रहे। अपने आखिरी समय तक #मंदिर का #प्रसाद खा कर ही मंदिर की सुरक्षा करते रहे। एक तरफ आज राम भक्तों पर गोली चलाने वाले और राम के मंदिर में अड़चन डालने वाले मुलायम सिंह यादव की मृत्यु हुई और दूसरी तरफ एक जानवर होकर भी शाकाहारी रहकर मंदिर का प्रसाद खाकर #बबियामगरमच्छ अपनी तलाई में #भगवान के मंदिर की रक्षा करता रहा ।।
धर्मोरक्षतिरक्षितः
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज से इसे सर्च किया। इसमें हमें फेसबुक पेज ‘COPAL कोपल’ पर यह फोटो मिली। इसे 6 दिसंबर 2017 को अपलोड किया गया है। इसमें लिखा है कि यह कोस्टारिका के रहने वाले मछुआरे चीटो और मगरमच्छ पोछो की अनूठी कहानी है। 1991 में चीटो को पहली बार यह मगरमच्छ नदी के किनारे घायल अवस्था में मिला था। चीटो और उसके दोस्त उसे साथ में ले गए और उसका इलाज कराया। 12 अक्टूबर 2011 को पोछो की मौत हो गई।
अवर प्लैनेट वेबसाइट पर 18 अक्टूबर 2014 को पब्लिश रिपोर्ट में चीटो और पोछो की कहानी दी गई है। इसमें अपलोड डॉक्यूमेंट्री में भी वायरल फोटो को वीडियो के एक कीफ्रेम में देखा जा सकता है।
10 अक्टूबर 2022 को द हिंदू में छपी खबर के अनुसार, कासरगोड जिले के श्री अनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर के मगरमच्छ बबिया की मौत हो गई। मंदिर की झील में मगरमच्छ मृत पाया गया। सोमवार को बबिया को मंदिर परिसर में दफना दिया गया। बबिया को श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग मंदिर में उमड़े।
इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने श्री अनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर से संपर्क कर उनको वायरल फोटो भेजी। उनका कहना है, ‘यह फोटो ‘बबिया’ की नहीं है।‘
भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर ‘गौतम मेवरा‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। उनके 827 फ्रेंड्स हैं और वह एक विचारधारा से प्रभावित हैं।
निष्कर्ष: केरल के श्री अनंतपद्मनाभस्वामी मंदिर के मगरमच्छ ‘बबिया’ की मौत हाल में हुई है, लेकिन वायरल फोटो उसकी नहीं है। यह फोटो कोस्टारिका के मछुआरे चीटो और मगरमच्छ ‘पोछो’ की है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा भ्रामक है।
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