पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में राष्ट्पति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद घायल ट्रंप और उनकी सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के मुस्कुराने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर डिजिटली ऑल्टर्ड है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले कैंपेन के दौरान पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद सोशल मीडिया पर वायरल दो अलग-अलग तस्वीरों के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि हमले के बाद ट्रंप और उनकी सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस के एजेंट मुस्कुरा रहे थे। दो अलग-अलग वायरल तस्वीरों में कथित तौर पर ट्रंप और उनके साथ मौजूद सीक्रेट सर्विस के एजेंट को हंसते हुए देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को फेक पाया और इसके साथ वायरल हो रही दोनों तस्वीरें डिजटली ऑल्टर्ड हैं।
सोशल मीडिया यूजर ‘@LinLovesFriz’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “Are these SS agents all smiling? An assassination attempt was just made on the man they’re sworn to protect, right?And why is Trump out in the open immediately after he was shot? It’s almost like they’re there for a photo-op…So many questions here.”
इस तस्वीर में घायल ट्रंप के साथ मौजूद सीक्रेट सर्विस के एजेंट मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, एक अन्य यूजर (आर्काइव लिंक) ने ट्रंप की तस्वीर को शेयर किया है, जिसमें उन्हें मुस्कुराते हुए दिखा जा सकता है।
दोनों ही तस्वीरें ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद की है, जब 14 जुलाई को अमेरिका के पेन्सिलवेनिया में रैली के दौरान उन पर हमला हुआ था और उनकी सुरक्षा में तैनात स्नाइपर्स ने मौके पर ही हमलावर (थॉमस मैथ्यू क्रुक्स) को मार गिराया था।
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमले के दौरान गोली ट्रंप के कान को छूकर निकली और वे घायल हो गए। ऐसे में हमले के दौरान उनका मुस्कुराना अस्वाभाविक प्रतीत होता है।
वायरल तस्वीर की प्रमाणिकता को चेक करने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें पहली तस्वीर (जिसमें सीक्रेट सर्विस के एजेंट मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं) डेलीमोशन.कॉम की वेबसाइट पर लगे वीडियो के विजुअल में लगा मिला।
इस वीडियो के थंबनेल में साफ देखा जा सकता है कि हमले के बाद सीक्रेट सर्विस के एजेंट ट्रंप को घेरकर सुरक्षित उनकी कार की तरफ ले जा रहे हैं।
इसी समान सिचुएशन की तस्वीर हमें न्यूज एजेंसी एपी की वेबसाइट पर लगी मिली, जिसमें ट्रंप उन्हीं सीक्रेट सर्विस के एजेंट के साथ नजर आ रहे हैं, जो वायरल तस्वीर में कथित तौर पर हंसते हुए नजर आ रहे हैं।
हमारी जांच से साफ है कि वायरल हो रही तस्वीर एडिटेड हैं। दूसरी वायरल तस्वीर (जिसमें ट्रंप हंसते हुए नजर आ रहे हैं), भी समान फ्रेम की तस्वीर है। इसके ऑरिजिनल सोर्स को ढूंढने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें ऑरिजिनल तस्वीर न्यूज एजेंसी एपी की वेबसाइट पर मौजूद मिली, जिसमें ट्रंप घायल नजर आ रहे हैं, न कि हंसते हुए।
एपी न्यूज एजेंसी के फोटो जर्नलिस्ट ईवान वुची ने खींची थी। निम्न कोलाज में फेक और ऑरिजिनल तस्वीर के अंतर को साफ देखा जा सकता है।
एपी न्यूज एजेंसी में ‘Election 2024 Trump’ सेक्शन में ट्रंप पर हुए हमले की अन्य तस्वीरों को देखा जा सकता है।
अमूमन एआई संचालित फेस स्वैपिंग ऐप की मदद से ऐसा किया जाता है, जिसमें चेहरे की भाव-भंगिमा को बदल दिया जाता है। फेस ऐप एक ऐसा ही एआई-संचालित ऐप है, जिसमें स्माइल फिल्टर की मदद से किसी सामान्य या उदासी वाले चेहरे को हंसते हुए चेहरे में बदल दिया जाता है।
वायरल तस्वीर को लेकर हमने एआई एक्सपर्ट और एंटरप्राइज आर्किटेक्ट डॉ. अजहर माचवे से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “ये दोनों ही तस्वीरें मैन्युपुलेटेड हैं। तस्वीर को जूम कर देखने पर ट्रंप के चेहरे की डिफॉर्मिटी (विसंगति) साफ नजर आ रही है।”
विश्वास न्यूज के एआई चेक सेक्शन में ऐसे अन्य डीपफेक वीडियो की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में राष्ट्पति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले के बाद घायल ट्रंप और उनकी सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के मुस्कुराने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर डिजिटली ऑल्टर्ड है।
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