Fact Check: इंडिया गेट पर ट्रैक्टर्स के साथ किसानों की यह वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, AI क्रिएटेड है

नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर ट्रैक्टर्स के साथ एकत्रित हुए किसानों की वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, एआई क्रिएटेड है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दिल्ली स्थित इंडिया गेट की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें भारी संख्या में ट्रैक्टर्स नजर आ रहे हैं। दावा किया जा है कि यह इंडिया गेट पर प्रदर्शन के लिए जमा हुए किसानों की तस्वीर है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि एआई क्रिएटेड है, जिसे यूजर्स सही समझकर शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Bhawani Rathore Lachhari’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “#इण्डिया गेट के साथ देश के #अन्नदाताओं की एक बहुत ही खूबसूरत तस्वीर । देश का दिल दिल्ली और देश का अन्नदाता #किसान #किसानपुत्र।”

कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/MohdRas35296318/status/1754067368823951700

पड़ताल

वायरल तस्वीर में ऐसी कई विसंगतियां हैं, जो इसके एआई से बने होने का संदेह पैदा करती हैं। इसलिए हमने इस तस्वीर को एआई की मदद से बनी तस्वीरों को चेक करने वाले टूल की मदद से चेक किया। एआई डिटेक्टर टूल में इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना करीब 100 फीसदी आई।

टूल के मुताबिक, इस तस्वीर के मिड-जर्नी टूल (0.99 स्कोर के साथ) से बनाए जाने की संभावना सर्वाधिक है।

तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना करीब 100 फीसदी है।

इस जांच नतीजे की पुष्टि करने के लिए हमने एक अन्य टूल https://isitai.com/ की मदद से इसे चेक किया, जिसमें इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 90 फीसदी से अधिक है।

एक अन्य टूल में भी इस तस्वीर के एआई से बने होने की संभावना 100 फीसदी है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रही तस्वीर वास्तविक नहीं, बल्कि सिंथेटिक मीडिया है, जिसे एआई टूल की मदद से बनाया गया है।

वायरल तस्वीर को लेकर हमने एआई और मशीन लर्निंग पर काम करने वाले विशेषज्ञ अभिजीत पराशर से संपर्क किया। उन्होंने इसके एआई से बने होने की पुष्टि  की।

एआई टूल के सामने आने के बाद ऐसी तस्वीरों और वीडियो के निर्माण में तेजी आई है। विश्वास न्यूज के एआई सेक्शंस में ऐसी वायरल तस्वीरें और वीडियो की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।

हाल ही में सचिन तेंदुलकर का एक डीप फेक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्हें बेटिंग ऐप  को प्रोमोट करते हुए देखा गया था। संबंधित फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां देखा जा सकता है।

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब आठ हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर ट्रैक्टर्स के साथ एकत्रित हुए किसानों की वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं, एआई क्रिएटेड है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट