Fact Check: साल 2013 की कुंभ मेले की तस्वीर को सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से जोड़कर किया वायरल

वायरल तस्वीर में दिख रहे टेंट सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के चलते नहीं लगाए गए हैं, यह तस्वीर साल 2013 में कुंभ मेले के समय खींची गई थी। सिंघु बॉर्डर पर भी किसान ट्रालियों में और इस तरह के टेंट लगा कर धरना दे रहे हैं, लेकिन वायरल तस्वीर पुरानी है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। किसानों का आंदोलन दिल्ली में फिलहाल जारी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एरियल व्यू में कई सारे टेंट लगे हुए नजर आ रहे हैं। वायरल तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर सिंघु बॉर्डर की है, जहां किसान सरकार द्वारा पारित किसान कानून के खिलाफ धरना दे रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है। यह तस्वीर साल 2013 में कुंभ मेले के दौरान ली गई थी। बेशक सिंघु बॉर्डर पर भी किसानों ने कई जगह इस तरह टेंट लगाए हुए हैं, लेकिन वायरल तस्वीर न तो सिंघु बॉर्डर की है और न ही इसका किसान आंदोलन से कोई लेना-देना है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पेज Citindia News ने यह तस्वीर पोस्ट की है। इसके साथ अंग्रेजी में लिखे गए कैप्शन का हिंदी अनुवाद है: विश्व के सबसे बड़े प्रोटेस्ट की तस्वीर, सिंघु बॉर्डर, दिल्ली।

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। हमें Kerranelamassa नाम की फिनलैंड की एक वेबसाइट पर यह तस्वीर मिल गई। तस्वीर जिस आर्टिकल में इस्तेमाल की गई है उसका शीर्षक हैः महा कुंभ मेला, इंडियाज लार्जेस्ट फेस्टिवल। इस आर्टिकल में कुंभ की और भी कई तस्वीरें शामिल हैं और साथ ही लिखा गया है कि यह तस्वीरें फोटो जर्नलिस्ट विले पेलोनेन ने क्लिक की हैं। आर्टिकल के अनुसार, तस्वीरें साल 2013 में इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में हुए कुंभ मेले की हैं।

विश्वास न्यूज ने ईमेल के जरिए वायरल तस्वीर क्लिक करने वाले फोटो जर्नलिस्ट विले पेलोनेन से संपर्क किया। पेलोनेन ने हमारे ईमेल के जवाब में कहा कि यह तस्वीर उन्होंने साल 2013 में कुंभ मेले के दौरान खींची थी। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी खींची इस तस्वीर को बिना उनकी इजाजत के गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इस तस्वीर का दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। पेलोनेन ने हमारे साथ लिंक शेयर करते हुए यह भी बताया कि उन्होंने यह तस्वीर अपने ट्रैवल ब्लॉग पर भी पब्लिश की थी।

पेलोनेन की इस तस्वीर को ब्लू विंग्स नामक मैग्जीन के नवंबर 2013 के इश्यू में भी प्रकाशित किया गया था। पेज नंबर 50-51 पर यह तस्वीर देखी जा सकती है।

फेसबुक पर वायरल पोस्ट Citindia News नामक पेज ने शेयर की है। इस पेज की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि यह इसी नाम की एक एंटरटेनमेंट वेबसाइट का फेसबुक पेज है और खबर लिखे जाने तक इसके 20216 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: वायरल तस्वीर में दिख रहे टेंट सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के चलते नहीं लगाए गए हैं, यह तस्वीर साल 2013 में कुंभ मेले के समय खींची गई थी। सिंघु बॉर्डर पर भी किसान ट्रालियों में और इस तरह के टेंट लगा कर धरना दे रहे हैं, लेकिन वायरल तस्वीर पुरानी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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