Fact Check: पाकिस्तान के नाम से वायरल की जा रही कब्र की यह तस्वीर हैदराबाद की है

विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि पाकिस्तान कि बताकर शेयर की जा रही कब्र की वायरल तस्वीर हैदराबाद की है। असल में परिजनों ने बुजुर्ग महिला की कब्र को कचरे से बचाने के लिए लोहे का गेट लगवाकर ताला लगवा दिया था, जिसे कुछ लोग अब पाकिस्तान की बताकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

Fact Check: पाकिस्तान के नाम से वायरल की जा रही कब्र की यह तस्वीर हैदराबाद की है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक कब्र की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। यूजर्स इस फोटो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि ताला लगे कब्र की यह तस्वीर पाकिस्तान की है, जहां बेटियों के शव को बलात्कारियों से बचाने के लिए ताला लगाया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया। असली में यह तस्‍वीर हैदराबाद की है, जिसे अब कुछ लोग पाकिस्तान का बताकर शेयर कर रहे हैं। दरअसल, बुजुर्ग महिला की कब्र को कचरे से बचाने के लिए परिजनों ने ताला लगवा दिया था। जिसे अब लोग फर्जी दावे से शेयर कर रहे हैं।

क्‍या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर ‘Bala Raju Reddy‘ (आर्काइव लिंक) ने 30 मई को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,” पाकिस्तान में मृत लड़कियों की लाशों को कब्रों से निकालकर उनके साथ बलात्कार करने की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। *अपनी बेटियों की लाशों को बलात्कार से बचाने के लिए, पाकिस्तान में अब माता-पिता अपनी बेटियों की कब्रों पर लोहे का दरवाजा और ताला लगा रहे हैं।*लाश के साथ _____ करने वाले ही पिगम्बर के असली फ़ालोवर है जिसने खुद ऐसा ही किया था—-हमारे देश में भी आज के दिन के लिए एक मुर्दे की मजार को…. भगवान् से भी ऊँचा दर्जा दे दिया गया है…..

मुर्खो की कमी है क्या???… समंदर है समंदर……”

पड़ताल

वायरल तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज का इस्तेमाल किया। हमें तस्वीर से जुड़ा वीडियो Deccan24 नाम के फेसबुक पेज पर मिला। 1 मई 2023 को शेयर वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए देखा जा सकता है, यह कब्र उनकी मां की है। यह आने-जाने का रास्‍ता है, तो लोग इसके उपर पैर न रखें, यह देखते हुए कब्र पर ग्रिल लगाई गई थी। लेकिन ग्रिल उठा के कचरा डाला गया, खराब-खराब चीज़ें डाली गई, इसलिए उन्‍होंने ताला लगा दिया।

वायरल तस्वीर को लेकर हमें न्यूज18 गुजराती की एक वीडियो रिपोर्ट मिली। 3 मई 2023 को अपलोड वीडियो में बताया गया की असदुद्दीन ओवैसी ने बताई बंद कब्र की सच्चाई। वीडियो में उन्हें यह बोलते हुए सुना जा सकता है, यह कब्र हैदराबाद में, जिसे पाकिस्तान के नाम से शेयर किया गया।

अधिक जानकारी के लिए हमने पाकिस्तानी जर्नलिस्ट आदिल अली से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह तस्वीर पाकिस्तान की नहीं है।

पहले भी यह तस्वीर समान दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी। उस समय हमने मदन्ना पेट हैदराबाद स्थित कब्रिस्तान के पास में रहने वाले मोहम्मद अब्दुल जलील से संपर्क किया था। उन्होंने बताया था, “यह तस्‍वीर वायरल होने के बाद मैं कब्रिस्तान गया था। यह मेरे घर के पास में ही है। मेरा घर हैदराबाद में है। दरअसल, लेडी के परिजनों ने यह गेट लगाने का फैसला किया था। इससे वहां कचरा नहीं फैलेगा और न ही कोई उसे तोड़ेगा। कब्र को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने इसे थोड़ा हेवी स्‍ट्रक्‍चर बना दिया और उस पर ताला लगा दिया।”

फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ें।

अंत में हमने तस्‍वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘Bala Raju Reddy’ को स्कैन किया। इसके मुताबिक, यूजर टेक्काली,आंध्र प्रदेश में का रहने वाला है और यूजर के 2 हजार मित्र हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने जांच में पाया कि पाकिस्तान कि बताकर शेयर की जा रही कब्र की वायरल तस्वीर हैदराबाद की है। असल में परिजनों ने बुजुर्ग महिला की कब्र को कचरे से बचाने के लिए लोहे का गेट लगवाकर ताला लगवा दिया था, जिसे कुछ लोग अब पाकिस्तान की बताकर गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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