Fact Check: फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का वायरल वीडियो AI और ग्राफ़िक का इस्तेमाल कर बनाया गया है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का वायरल वीडियो असली नहीं है, बल्कि एआई और ग्राफ़िक का इस्तेमाल कर बनाया गया है। लोग वीडियो को असली समझकर गलत दावे से शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो नमाज अदा कर रहे हैं। कई यूजर्स इस दावे को सच मानकर शेयर कर रहे हैं।  

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो की वायरल वीडियो असली नहीं है, बल्कि एआई और ग्राफ़िक की मदद से तैयार किया गया है। जिसे असली समझकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘M_S_Writes’ (आर्काइव लिंक) ने 8 नवंबर 2024 को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “दुनियां के सबसे मशहूर फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो नमाज़ अदा करते हुए बेशक़ इस्लाम वो पौधा हैं जितना छाटोगे उतना फैलेगा Cristiano Ronaldo”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले संबंधित कीवर्ड से सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई भी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने क्रिस्टियानो रोनाल्डो के सोशल मीडिया हैंडल को सर्च किया। हमें वहां भी ऐसी कोई पोस्ट नहीं मिली।

वायरल वीडियो में @agi_takagi नाम लिखा हुआ दिख रहा है। हमने इंटरनेट पर @agi_takagi कीवर्ड से सर्च किया। हम Agi Sutiagi नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पहुंचे। यहां हमें ऐसे कई वीडियो मिले, जिन्हे एआई और ग्राफिक की मदद से बनाया गया है। हमें यहां क्रिस्टियानो रोनाल्डो के वायरल वीडियो की ही तरह लियोनेल मेस्सी का भी वीडियो मिला। Agi Sutiagi के बायो में दी गई जानकारी के अनुसार, Agi ग्राफ़िक डिज़ाइनर हैं।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट निकाले और उन्हें एआई टूल हाइव मॉडरेशन के जरिये सर्च किया। यहां इस फोटो को 65.2 फीसदी एआई जेनरेटेड बताया है।

हमने एक अन्य टूल इज इट एआई की मदद से भी फोटो को सर्च किया। इस टूल ने स्क्रीनशॉट को 81 फीसदी तक एआई की मदद से बनाया हुआ बताया है।


हमने वीडियो को एआई एक्सपर्ट अंश मेहरा के साथ शेयर किया। उन्होंने बताया कि यह वीडियो एआई और ग्राफ़िक का इस्तेमाल कर बनाया गया है। ये देखने से ही पता चल रहा है कि वीडियो असली नहीं है।

हमने वायरल वीडियो को एआई विशेषज्ञ अजहर माचवे के साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बतायाकी वीडियो एआई जेनरेटेड है।

पहले भी क्रिस्टियानो रोनाल्डो की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। दावा किया गया था,”रोनाल्डो कुरान पढ़ने मस्जिद जाते हैं।” विश्वास न्यूज ने इस दावे की पड़ताल की और सच्चाई सामने लाई थी। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने वीडियो को शेयर करने वाले यूजर को स्कैन किया। पता चला यूजर को फेसबुक पर 336 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का वायरल वीडियो असली नहीं है, बल्कि एआई और ग्राफ़िक का इस्तेमाल कर बनाया गया है। लोग वीडियो को असली समझकर गलत दावे से शेयर कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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