Fact Check: जो बाइडन का दुआ पढ़ने के दावे से वायरल क्लिप सिंथेटिक मीडिया, AI से बनाया गया है वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में AI की मदद से जो बाइडन की आवाज वाले ऑडियो क्लोन को जोड़ा गया है। असली वीडियो में वह हमास- इजरायल संघर्ष पर बात कर रहे थे।

Fact Check: जो बाइडन का दुआ पढ़ने के दावे से वायरल क्लिप सिंथेटिक मीडिया, AI से बनाया गया है वीडियो

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें कथित तौर पर अरबी दुआ के बारे में बात करते हुए और उसे पढ़ते हुए सुना जा सकता है। वीडियो को असल समझते हुए यूजर इसे वायरल कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में AI की मदद से जो बाइडन की आवाज वाले ऑडियो क्लोन को जोड़ा गया है। असली वीडियो में वह हमास- इजरायल संघर्ष  पर बात कर रहे थे।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”ईरानी मिसाइलों में इतनी ताकत थी कि जो बाइडन मौला अली (सल्ल.) से मरवी दुआ-ए-कामिल पढ़ने लगे।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को सर्च किया। सर्च में हमें इसी वीडियो का फ्रेम याहू न्यूज की वेबसाइट पर 16 अक्टूबर 2023 को पब्लिश हुई खबर में मिला। यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार रात कहा कि उनका मानना है कि फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह हमास को “पूरी तरह से” खत्म कर दिया जाना चाहिए और उन्होंने “दो राज्य” समाधान के लिए अपना समर्थन भी दिया।” इस पूरी खबर में हमें कहीं भी अरबी की दुआ से जुड़ी  कोई जानकारी नहीं मिली।

वायरल वीडियो हमें सीएनएन के यूट्यूब चैनल पर ’60 मिनट्स’ के हवाले से अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो में जो बाइडन को हमास- इजरायल जंग के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है।

’60 मिनट्स’ के वेरिफाइड हैंडल पर यह वीडियो 16 अक्टूबर 2023 को अपलोड गया है, यहां किसी भी फ्रेम में जो बाइडन वायरल वीडियो जैसा कुछ भी कहते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।

हमने इस ऑडियो को फैक्ट चेकर्स के लिए विशेष रूप से उपलब्ध इनविड (बीटा वर्जन) डीप फेक एनालिसिस टूल की मदद से चेक किया और पाया कि इस ऑडियो के एआई से बने होने की संभावना 95 फीसद से अधिक है।   

Source: Invid tool

फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर पाकिस्तान के इस्लामाबाद का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में AI की मदद से जो बाइडन की आवाज वाले ऑडियो क्लोन को जोड़ा गया है। असली वीडियो में वह हमास- इजरायल संघर्ष पर बात कर रहे थे।

False
Symbols that define nature of fake news
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