Fact Check: गाय से क्रूरता करते युवक और पुलिसकर्मियों के पीटने का वीडियो अलग-अलग मामलों के, वायरल दावा भ्रामक

सोशल मीडिया पर दो वीडियो के कोलाज को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है। इसमें गाय के साथ क्रूरता करते युवक का वीडियो ढाई साल से इंटरनेट पर मौजूद है। हालांकि, वीडियो की लोकेशन और युवक के नाम व पते के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। साथ ही हमें युवक पर हुई किसी कार्रवाई के बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिली। वहीं, दूसरा वीडियो यूपी के चंदौली का है, जहां करीब तीन साल पहले पुलिसकर्मियों ने मोबाइल चोरी के शक में नाबालिग को पीटा था। इस मामले में दोनों पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए थे।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर दो वीडियो का कोलाज वायरल हो रहा है। इसमें पहले वीडियो में एक युवक को निर्मम तरीके से गाय की गर्दन मरोड़ते हुए देखा जा सकता है, जबकि दूसरे में कुछ पुलिसकर्मी एक लड़के को पीटते दिख रहे हैं। कुछ यूजर्स इस कोलाज को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यूपी पुलिस ने गाय को परेशान करने वाले मुस्लिम युवक की पिटाई की है।

विश्वास न्यूज की जांच में पता चला है कि दोनों वीडियो अलग-अलग मामलों के हैं। पहले वीडियो में युवक गाय की गर्दन मरोड़ रहा है, जो करीब ढाई साल से इंटरनेट पर मौजूद है। हालांकि, युवक और उस पर हुई किसी कार्रवाई के बारे में भी हमें कोई जानकारी नहीं मिली। जबकि दूसरा वीडियो यूपी के चंदौली का है, जहां करीब तीन साल पहले पुलिसकर्मियों ने मोबाइल चोरी के शक में नाबालिग को पीटा था। वीडियो सामने आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था।    

क्या है वायरल पोस्ट

विश्‍वास न्‍यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया।

फेसबुक यूजर RaJendra Singh ने भी इस वीडियो को 20 अक्टूबर को पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,  

“बछड़े को परेशान करने वाले

अब्दुल के साथ यूपी पुलिस का व्यवहार बहुत ही सराहनीय है”

पड़ताल

वायरल पोस्ट की जांच के लिए हमने दोनों वीडियो को अलग-अलग सर्च किया। पहले वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस से सर्च करने पर हमें फेसबुक यूजर It’s_Me_Foji_Official के पेज पर अपलोड किया हुआ वीडियो मिला। इसे 23 मार्च 2022 को पोस्ट किया गया है। इसके साथ में कोई खास जानकारी नहीं दी गई है। बस, इतना लिखा है कि यह यूपी का वीडियो है।  

इंस्टाग्राम यूजर tedthestoner ने भी 23 मार्च 2022 को इस वीडियो को अपलोड किया है। इसमें युवक और जगह की बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

इसके अलावा कीवर्ड से सर्च करने पर हमें इस युवक के नाम व पते और वीडियो की लोकेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। हमें इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिली कि युवक पर कोई कार्रवाई हुई है या नहीं। हालांकि, इतना जरूर साफ हो गया कि यह वीडियो करीब ढाई साल से इंटरनेट पर मौजूद है।

इसके बाद हमने दूसरे वीडियो का कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 6 मई 2021 को इससे संबंधित वीडियो न्यूज छपी है। इसमें वायरल वीडियो के दूसरे हिस्से को देखा जा सकता है। इसके अनुसार, मामला चंदौली जिले के बलुआ थाने का है, जहां पुलिसकर्मियों ने मोबाइल चोरी के आरोप में नाबालिगों की पिटाई की थी। वीडियो वायरल होने के बाद बलुआ थाना प्रभारी और कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया था।

20 मार्च 2022 को एक्स यूजर की पोस्ट का जवाब देते हुए चंदौली पुलिस ने जानकारी दी थी कि यह वीडियो एक साल पुराना है और बच्चे को पीटने वाले दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की गई थी।

2 मई 2021 को चंदौली पुलिस ने पोस्ट कर जानकारी दी थी कि मोबाइल की दुकान में चोरी के इरादे से घुसे तीन लड़कों को पकड़ लिया गया था। दो पुलिसकर्मियों ने उनकी पिटाई कर दी थी। वीडियो सामने आने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

इस बारे में चंदौली में दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर प्रदीप सिंह का कहना है कि करीब तीन साल पहले मोबाइल चोरी के शक में पुलिसकर्मियों ने नाबालिगों को पीटा था। दूसरा वीडियो उसी मामले का है। पहले के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इससे साफ हो गया कि दोनों वीडियो अलग-अलग मामलों के हैं।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर दो वीडियो के कोलाज को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है। इसमें गाय के साथ क्रूरता करते युवक का वीडियो ढाई साल से इंटरनेट पर मौजूद है। हालांकि, वीडियो की लोकेशन और युवक के नाम व पते के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। साथ ही हमें युवक पर हुई किसी कार्रवाई के बारे में भी कोई जानकारी नहीं मिली। वहीं, दूसरा वीडियो यूपी के चंदौली का है, जहां करीब तीन साल पहले पुलिसकर्मियों ने मोबाइल चोरी के शक में नाबालिग को पीटा था। इस मामले में दोनों पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए थे।

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