Fact Check : नासिक में ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने गई महिलाओं का वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ हुआ वायरल 

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो महाराष्ट्र के नासिक के थिएटर में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुई एक घटना का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो  शेयर कर दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र के इसाई स्कूल में एक मुस्लिम टीचर ने जबरन लड़कियों को स्कूल में नमाज पढ़वाई थी। फिर राज ठाकरे की मनसे के कार्यकर्ता ने उसी मुस्लिम के पास से भगवा स्कॉर्फ पहनवाया। वीडियो में एक शख्स कुछ लड़कियों को भगवा स्कॉर्फ पहनाता हुआ नजर आ रहा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो महाराष्ट्र के नासिक के थिएटर में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुई एक घटना का है। 

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Santosh Singh Rajput ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “महाराष्ट्र के ईसाई स्कूल में एक मुस्लिम टीचर ने जबरन लड़कियों को स्कूल में नमाज पढ़वाई थी। फिर राज ठाकरे की मनसेना के कार्यकर्ता ने उसी मुस्लिम के पास से केसरिया खेस पहनवाया। जय श्री राम।”

फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आकाईव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट नवभारत टाइम्स पर 23 मार्च 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के नासिक में कुछ महिलाएं ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने के लिए भगवा दुपट्टा पहनकर पहुंची थी। वहां काम करने वाले कर्मचारियों ने सिनेमाघर में प्रवेश करने से पहले उन्हें भगवा शॉल को हटाने के लिए कहा, जिस पर महिलाओं की बहस हो गई। एबीपी न्यूज ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था। 

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक ट्वीट न्यूज एजेंसी एएनआई पर 23 मार्च 2022 को अपलोड हुआ मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के अनुसार, कुछ महिलाओं ने एक ग्रुप ज्वाइन किया था, जो कि द कश्मीरी फाइल्स दिखाने में लोगों की मदद कर रहा था। ग्रुप का कोई विशेष बैच या पहचान नहीं थी, इसलिए महिलाओं को भगवा दुपट्टे दिए गए थे, ताकि सभी लोग ग्रुप का हिस्सा लगे। 

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने मिड-डे के सीनियर रिपोर्टर समीउल्लाह खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया “वायरल दावा गलत है। वीडियो नासिक के सिनेमाघर में हुई एक घटना का है। 

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। यूजर की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर का रहने वाला है। Santosh Singh Rajput फेसबुक पर फरवरी 2009 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो महाराष्ट्र के नासिक के थिएटर में ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुई एक घटना का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट