Fact Check : बच्‍चों के साथ विचरण करती बाघिन का वीडियो अब महाराष्‍ट्र के नाम से वायरल

नागपुर के कामठी क्षेत्र में बाघिन और उसके बच्‍चों के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा है, वह पिछले कई सालों से इंटरनेट पर मौजूद है।

Fact Check : बच्‍चों के साथ विचरण करती बाघिन का वीडियो अब महाराष्‍ट्र के नाम से वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। महाराष्‍ट्र के नागपुर जिले के कामठी में एक बाघिन और उसके तीन बच्‍चों के विचरने की अफवाह जोरों से उड़ी हुई है। सबूत के तौर पर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो भी वायरल कर रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर हिंदी और मराठी भाषा में वायरल किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की तो पता चला कि वायरल वीडियो में इस्‍तेमाल किया गया बाघिन और उसके बच्‍चों का वीडियो पुराना है। यह वीडियो कभी मध्‍य प्रदेश तो कभी यूपी के नाम पर वायरल होता रहा है। विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि वायरल वीडियो कहां का है, लेकिन एक बात पुख्‍ता है कि इस वीडियो का नागपुर जिले के कामठी से कोई संबंध नहीं है। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जो भी सोशल मीडिया पोस्‍ट इस वीडियो को कामठी का बताकर वायरल कर रही है, वह फेक साबित होती है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज एनजीपी न्‍यूज ने एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘Kamptee छावनी परिसर में 3 बच्चों के साथ दिखी बाघिन।’

फेसबुक पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसके आकाईव्‍ड वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले अलग-अलग कीवर्ड के साथ सर्च को शुरू किया। सबसे पुराना वीडियो हमें आईएफएस रमेश पांडे के ट्विटर हैंडल पर मिला। इसे 9 नवंबर 2020 को पोस्‍ट करते हुए दुधवा टाइगर रिजर्व का बताया गया। इसमें बताया गया कि इस वीडियो को टाइगर रिजर्व के फील्‍ड डायरेक्‍टर ने बनाया था। पूरा वीडियो नीचे देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने नागपुर के नाम से और दुधवा टाइगर रिजर्व वाले वीडियो का तुलनात्‍मक अध्‍ययन किया। हमें दोनों में कई समानताएं दिखीं। सबसे बड़ी बात यह कि दोनों वीडियो में दिख रही बाघिन के शरीर पर बनीं धारियां एक ही जैसी हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने ज्‍यादा पुष्टि के लिए लिए नागपुर में स्थित एएनआई के संवाददाता सौरभ जोशी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज को जानकारी देते हुए कहा कि सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो पुराना है। इसका कामठी से कोई संबंध नहीं है।

वीडियो को लेकर विश्‍वास न्‍यूज ने वाइल्‍ड लाइफ के जानकार निखिलेश त्रिवेदी से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो दुधवा टाइगर रिजर्व का है। यह वीडियो भारत के अलग-अलग हिस्‍सों में अलग-अलग नाम से वायरल होता रहता है।

अब हमे यह जानना था कि पुराने वीडियो को महाराष्‍ट्र का बताकर वायरल करने वाला यूजर कौन है। फेसबुक पेज एनजीपी न्‍यूज की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि इस पेज को 23 हजार लोग फॉलो करते हैं। इसकी एक वेबसाइट भी संचालित होती है। पेज को 22 मार्च 2017 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: नागपुर के कामठी क्षेत्र में बाघिन और उसके बच्‍चों के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा है, वह पिछले कई सालों से इंटरनेट पर मौजूद है।

False
Symbols that define nature of fake news
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