Fact Check : बिहार में हुई घटना के वीडियो को उत्तर प्रदेश के नाम से किया जा रहा वायरल 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पुलिस वालों को पीटते हुए महिलाओं के वायरल वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बिहार के मधुबनी में विवाहित महिला को लेकर हुई घटना का है, जिसे अब लोग भ्रामक दावों के साथ यूपी का बताकर शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर पुलिसवालों को पीटती कुछ महिलाओं का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश में हुई घटना का वीडियो है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बिहार के मधुबनी में विवाहित महिला को लेकर हुई घटना का है, जिसे अब लोग भ्रामक दावों के साथ यूपी का बताकर शेयर कर रहे हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

ट्विटर यूजर ‘एस एस डेज़ी रानी पीएस आर्मी बैकग्राउंड’ ने 9 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “U P की औरते बाहर आ गयी इनका साथ तो देदो यूपी वालो।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/daisyps65/status/1689233130128048129

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। इस दौरान वीडियो का एक लंबा वर्जन एबीएन 24 मधुबनी नामक एक फेसबुक अकाउंट पर 12 अप्रैल 2023 को अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, “मधुबनी में पुलिस पर उग्र भीड़ का हमला। झड़प और पथराव में आधा दर्जन पुलिस के जवान जख्मी। झंझारपुर के बेहट में विवाहिता की हत्या पर बवाल!”

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक न्यूज़ रिपोर्ट ‘जी न्यूज बिहार’ की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 11 जुलाई 2023 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, “मधुबनी में विवाहिता की हत्या कर ससुराल वालों ने शव को गायब कर दिया। जिसके बाद शव नहीं मिलने पर आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस पत्थरबाजी में आठ पुलिसकर्मी सहित दर्जन भर लोग घायल हो गए। पूरा मामला जिले के आरएस ओपी थाना के बेहट गांव की है। परिजनों की माने तो आरएस ओपी थाना क्षेत्र के बेहट गांव के अनिल मुखिया की पत्नी लक्ष्मी देवी को ससुराल वालों ने हत्या कर शव को जला दिया। मृतक महिला गांव की ही थी। दोनों ने 5 वर्ष पूर्व लव मैरिज की थी। महिला को 2 बच्चे भी हैं।”

अन्य न्यूज रिपोर्ट्स को यहां पर देखा जा सकता है।

दैनिक जागरण में भी इस खबर को प्रकाशित किया गया था। ई-पेपर के लिंक को यहां पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण पटना यूनिट के संपादकीय प्रभारी अश्विनी कुमार सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा भ्रामक है। यह 11 जुलाई की घटना है। एक विवाहिता की हत्या से उग्र हुए लोगों ने मधुबनी के झंझारपुर में पुलिस पर हमला कर दिया था। झंझारपुर के बेहट में पांच साल पहले लक्ष्मी नाम की युवती ने प्रेम विवाह किया था। उसके दो बच्चे भी हैं। उसके मायके वालों ने ससुराल वालों पर आरोप लगाया था कि लक्ष्मी की हत्या कर शव को गायब कर दिया गया। लक्ष्मी के पति के रिश्तेदार चौकीदार अमन के साथ इस बात को लेकर झड़प शुरू हुई और पुलिस बीचबचाव करने पहुंची। इसके बाद वहां पुलिस पर हमला हो गया था। पथराव हुआ था। कई घायल हो गए थे।”

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के 11.9 हजार फॉलोअर्स हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर यूएसए में रहता  है। यूजर जुलाई 2019 से ट्विटर पर मौजूद है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पुलिस वालों को पीटते हुए महिलाओं के वायरल वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बिहार के मधुबनी में विवाहित महिला को लेकर हुई घटना का है, जिसे अब लोग भ्रामक दावों के साथ यूपी का बताकर शेयर कर रहे हैं।

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