विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अयोध्या राम मंदिर के नाम से वायरल हो रहा यह वीडियो असल में झारखंड की मधुबनी पहाड़ियों में स्थित श्री सम्मेद शिखरजी तलेटी तीर्थ का है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। 22 जनवरी को नवनिर्मित अयोध्या राम मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई । इस बीच सोशल मीडिया पर इससे संबंधित कई फर्जी पोस्ट्स वायरल हो रही हैं। ऐसे में एक अद्भुत इंटीरियर वाले मंदिर के वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह अयोध्या राम मंदिर का दृश्य है, जहाँ रिवॉल्विंग पिलर यानी घूमने वाले स्तंभ हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। वायरल हो रहा वीडियो अयोध्या के राम मंदिर की नहीं, बल्कि झारखंड की मधुबनी पहाड़ियों में स्थित श्री सम्मेद शिखरजी तलेटी तीर्थ का है।
इंस्टाग्राम यूजर ‘manshiyadav9903′ (मनीषा यादव 9903 ) ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को 18 जनवरी को शेयर करते हुए लिखा, “श्री राम जन्मभूमि अयोध्या”
वायरल वीडियो की जांच करने के लिए हमने इस पोस्ट के साथ दिए गए कमेंट को खंगाला। यहाँ कई लोगों ने लिखा था कि यह झारखण्ड का जैन मंदिर है।
यहाँ से कीवर्ड लेते हुए हमने सर्च किया, तो हमें यह वीडियो कई यूट्यूब चैनल्स पर अपलोड मिला। 30 जनवरी को चित्रा टीवी नाम के यूट्यूब चैनल ने इसे अपलोड करते हुए लिखा था “Shree Sammed Shikharji Taleti Tirth, located on Parasnath Hill (श्री सम्मेद शिखरजी तलेटी तीर्थ, पारसनाथ पहाड़ी पर स्थित है)”
हमें ये वीडियो इसी डिस्क्रिप्शन के साथ और भी कई यूट्यूब चैनल पर मिला।
कीवर्ड्स के साथ ढूंढ़ने पर हमें पता लगा श्री सम्मेद शिखरजी तलेटी तीर्थ एक नवनिर्मित जैन तीर्थ है, जो झारखंड में पारसनाथ पहाड़ियों की तलहटी में स्थित है। इस स्थल पर 31 मंदिर हैं, जिनमें से प्रत्येक एक अलग तीर्थंकर या जैन संत को समर्पित है।
इसके बाद हमने मंदिर के सोशल मीडिया हैंडल को खंगाला तो हमें मंदिर के इंस्टाग्राम अकाउंट पर घूमने वाले स्तंभ के कुछ वीडियो मिले।
मंदिर के लोकेशन को गूगल मैप्स पर ढूंढ़ने पर हमें मंदिर की कई तस्वीरें मिलीं, जो वायरल वीडियो वाली जगहों की ही थीं।
पुष्टि के लिए हमने दैनिक जागरण रांची के वरिष्ठ पत्रकार आरपीएन मिश्र से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “यह जैन धर्म के प्रसिद्ध तीर्थस्थल पारसनाथ के नवनिर्मित मंदिर की तस्वीर है। यहां ऊंचे पहाड़ पर स्थित पारसनाथ के मुख्य मंदिर व तीर्थंकरों के तपस्यास्थलों के निचले हिस्से में पहाड़ की तलहटी में बसे मधुबन क्षेत्र में सुंदर मंदिरों का निर्माण हो रहा है। यह तलेटी तीर्थ क्षेत्र कहलाता है।”
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर मनीषा यादव 9903 को इंस्टाग्राम पर 11 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि अयोध्या राम मंदिर के नाम से वायरल हो रहा यह वीडियो असल में झारखंड की मधुबनी पहाड़ियों में स्थित श्री सम्मेद शिखरजी तलेटी तीर्थ का है।
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