Fact Check : समुद्र के अंदर भगवा ध्वज फहराते स्कूबा डाइवर के वीडियो को भारतीय नौसेना का बताकर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति एक सामान्य नागरिक है, भारतीय नौसेना का जवान नहीं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक स्कूबा डाइवर को समुद्र के अंदर भगवा रंग का ध्वज फहराते देखा जा सकता है। वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो भारतीय नौसेना का है।  

विश्‍वास न्‍यूज ने इस वायरल दावे की जांच की और पाया कि वीडियो में दिख रहा व्यक्ति एक सामान्य नागरिक है, भारतीय नौसेना का  जवान नहीं।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‘प्रशांत नाइक‘ (archive) ने 23 जनवरी को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “By Indian Navy…. Under water..Jay shree Ram..(भारतीय नौसेना द्वारा….पानी के अंदर..जय श्री राम..)”

पड़ताल

वायरल पोस्ट की जांच करने के लिए हमने इस वीडियो के स्क्रीनग्रैब्स को गूगल लेंस पर सर्च किया। हमें यह स्क्रीनशॉट गुजराती जागरण की 19 जनवरी की एक खबर में मिला। खबर के अनुसार, “22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। जिसे लेकर गुजरात समेत देशभर में उत्साह और उमंग है। गुजरात के प्रसिद्ध शिवराजपुर समुद्र तट पर एक स्कूबा गोताखोर करमनभा चमड़िया ने कड़ाके की ठंड में समुद्र में भगवान हनुमानजी की छवि वाला झंडा फहराया।” खबर में कहीं भी भारतीय नौसेना का ज़िक्र नहीं था।

हमें इस वीडियो पर एक खबर लेटेस्टली  की वेबसाइट पर भी मिली। यहां  भी भारतीय नौसेना का ज़िक्र नहीं था।

इस वीडियो को न्यूज एजेंसी पीटीआई ने भी ट्वीट किया था। यहां  भी इसे गुजरात का बताया गया और कहीं भी भारतीय नौसेना का जिक्र नहीं था।

हमने इस विषय में गुजराती जागरण के सौराष्ट्र संवाददाता नरेंद्र अहीर से संपर्क साधा। नरेंद्र ने स्कूबा गोताखोर करमनभा चमड़िया के हवाले से कन्फर्म किया कि वीडियो में करमनभा ही हैं और वे भारतीय नेवी से जुड़े हुए नहीं हैं।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। यूजर प्रशांत नाइक गोवा के रहने वाले हैं और उनके फेसबुक पर 900 से अधिक फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। वीडियो में दिख रहा व्यक्ति एक सामान्य नागरिक है, भारतीय नौसेना का जवान नहीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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