बच्चों द्वारा किये गए नाटक मंचन का यह वीडियो दिल्ली नहीं , बल्कि लखनऊ का है। वीडियो के कुछ हिस्से को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज़ ( नई दिल्ली )। सोशल मीडिया पर बच्चों के नाटक का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें भारत माता की वेशभूषा में सजी एक बच्ची को कुछ और बच्चों के साथ देखा जा सकता है। बच्चों द्वारा किए गए नाटक मंचन के इस वीडियो को अब सांप्रदायिक रंग देकर दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो दिल्ली के स्कूल का है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। असल में नाटक मंचन का यह वीडियो लखनऊ के शिशु भारतीय विद्यालय का है, जहां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस नाटक का मंचन किया गया था। वीडियो को अब दिल्ली का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर “दीपक सारस्वत” ने 23 फरवरी को वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, “ये हो रहा है दिल्ली के स्कूलों में!! भारत माता के सिर से ताज हटाकर सफेद कपड़ा रख कर कलमा पढ़ाया जा रहा है। ये है दिल्ली के स्कूलों का केजरीवाल मॉडल! शर्मनाक।”
कई अन्य यूजर्स ने मिलते-जुलते दावों के साथ वीडियो को शेयर किया है। फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को हूबहू लिखा गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ा पूरा वीडियो लखनऊ पुलिस के हैंडल से किए गए एक ट्वीट में मिला। वीडियो के कैप्शन में लिखा था ,“छोटे बच्चों द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द हेतु प्रस्तुत नाटिका का सम्पूर्ण वीडियो,जिसको कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गलत ढंग से प्रचारित कर सांप्रदायिक द्वेष फैलाने का अपराधिक कृत्य किया गया है। ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। “
टाइम्स ऑफ इंडिया के पत्रकार अरविंद चौहान ने 15 अगस्त 2022 को वायरल वीडियो को लेकर एक ट्वीट किया था। ट्वीट में डीसीपी वेस्ट एस चिनप्पा का इस मामले पर आधिकारिक बयान सुना जा सकता है। वीडियो में डीसीपी एस चिनप्पा को कहते हुए सुना जा सकता है ,” वायरल वीडियो बाजार खाला थाना क्षेत्र स्थित मालवीय नगर के ‘शिशु भारतीय विद्यालय’ का है। इस बारे में पूरी वीडियो देखी गई , जिसमें स्कूल के बच्चों द्वारा नाटक मंचन किया गया था। जिसमें धर्म के नाम पर झगड़ा न करने का समाजिक सौहार्द्र बनाये रखने का सन्देश दिया गया है। आधे अधूरे वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। ” ट्वीट को यहां देखें।
पहले भी ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था। जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज़ ने की थी। उस समय हमने लखनऊ डीएसपी सुनील शर्मा से सम्पर्क किया था। उन्होंने हमें बताया, ‘स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बच्चों द्वारा नाटक का मंचन किया गया था, जहां सभी धर्मों की पूजा-अर्चना को दिखाया गया था। पर किसी ने क्लिप किए गए वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर कर दिया। वायरल दावा पूरी तरह गलत है।”
हमारी जांच से यह बात साफ़ हुई कि वायरल वीडियो दिल्ली स्कूल का नहीं है , बल्कि लखनऊ का है। जिसे अब सांप्रदायिक रंग देकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण लखनऊ के ब्यूरो चीफ अजय श्रीवास्तव से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया ,” यह वीडियो पहले भी वायरल हुआ था। ये वीडियो लखनऊ के ‘शिशु भारतीय विद्यालय’ का है। वीडियो हाल -फिलहाल का भी नहीं है। “
पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर दीपक सारस्वत की जांच की। जांच में हमने पाया कि यूजर उत्तर प्रदेश के मथुरा से है। फेसबुक पर यूजर को 364 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: बच्चों द्वारा किये गए नाटक मंचन का यह वीडियो दिल्ली नहीं , बल्कि लखनऊ का है। वीडियो के कुछ हिस्से को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
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