Fact Check: उत्तराखंड में चल रहे बचाव अभियान के वीडियो को गलत दावे के साथ किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ की जांच में दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो पैंगोंग त्सो झील के किनारे से चीनी बंकरों को हटाए जाने का नहीं है। यह वीडियो भारतीय विशेष सुरक्षा बलों द्वारा उत्तराखंड के चमोली जिले में बाढ़ के बाद बचाव अभियान का है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ सुरक्षाकर्मिओं को मलबे के बीच देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो पैंगोंग त्सो झील के किनारे से चीनी बंकरों को भारतीय सेना द्वारा हटाए जाने का है।

विश्वास न्यूज़ की जाँच में दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो पैंगोंग त्सो झील के किनारे से चीनी बंकरों को हटाए जाने का नहीं है। यह वीडियो भारतीय विशेष सुरक्षा बलों द्वारा उत्तराखंड के चमोली जिले में बाढ़ के बाद बचाव अभियान का है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर ‎’R.D. Amrute’‎ ने इस वीडियो को अपलोड किया, और पोस्ट के साथ दावा किया “जो सोचे, जो चाहे वो करके दिखा दें। हम वो हैं जो दो और दो पाँच बना दें…पांगोंग झील से १५० चीनी टैंक और लगभग ५,000 चीनी सैनिकों के भागने के पश्चात ….भारतीय सेना ने जेसीबी से सभी चीनी बंकर ध्वस्त कर दिए ….! 🇮🇳💪🇮🇳”

इस पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने इस वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले इस वीडियो को Invid टूल पर डाला और इसके कीफ्रेम्स निकाले। अब हमने इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें न्यूज़ एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर 15 फरवरी 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला जो इसी वायरल वीडियो का लंबा वर्जन था। इस वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा था “Chamoli disaster: 56 bodies recovered, rescue operation underway” वीडियो के अनुसार यहाँ 15 फरवरी, 2021 को उत्तराखंड के चमोली जिले के रेनी गांव में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवानों को तलाशी और बचाव कार्य करते हुए दिखाया गया है।

हमें यह वीडियो indiatvnews.com पर भी मिला। यहाँ भी बताया गया कि वीडियो चमोली का है।

हमें यह वीडियो ITBP पे वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर भी मिला। ट्वीट में लिखा था “ITBP personnel with other sister organizations looking for missing at Raini, #Tapovan, #Uttarakhand today. #UttarakhandGlacierBurst”

साफ़ है कि यह वीडियो उत्तराखंड के चमोली का है जहाँ बाढ़ के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

इस वीडियो के बारे में ज़्यादा जानने के लिए हमने दैनिक जागरण के उत्तराखंड संवाददाता शैलेन्द्र कुमार से संपर्क साधा। उन्होंने कहा कि “यह वीडियो उत्तराखंड के चमोली का है जहाँ ग्लेशियर टूटने की वजह से बाढ़ आ गई थी।”

7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली में एक ग्लेशियर टूटने की वजह से बाढ़ आ गई थी।

सूत्रों के अनुसार, भारत और चीन के बीच पैंगॉन्ग त्सो में असंगति की प्रक्रिया पूरी हो गई है। हालाँकि हमें कहीं भी भारतीय सेना द्वारा चीनी बंकरों को हटाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर R.D. Amrute के अकाउंट की जांच की। यूजर मध्यप्रदेश का रहने वाला है। यूजर के फेसबुक पर 2,075 फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जांच में दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो पैंगोंग त्सो झील के किनारे से चीनी बंकरों को हटाए जाने का नहीं है। यह वीडियो भारतीय विशेष सुरक्षा बलों द्वारा उत्तराखंड के चमोली जिले में बाढ़ के बाद बचाव अभियान का है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट