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Fact Check: रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का यह वीडियो सीएए प्रदर्शन का, हालिया घटना का नहीं

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ‘ट्रेन के शीशे को तोड़ते शख्स के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2019 का है। जब नागरिकता संशोधन बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर ट्रेन के शीशे को तोड़ते हुए एक शख्स का  वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को हाल ही में हुई घटना का बताते हुए ट्रेन जिहाद के नाम से वायरल किया जा रहा है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2019 का है। जब नागरिकता संशोधन बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘रमेश चौधरी -एक भारतीय’ ने 14 सितंबर 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “रेलवे स्टेशन पर ट्रेन जिहाD करते हुए जिहाDi! ट्रेन  के डिब्बे तोड़े जा।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें वायरल वीडियो प्रत्युष सिंह नामक एक फेसबुक अकाउंट पर मिला। वीडियो को 13 दिसंबर 2019 को शेयर किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल का है और नागरिकता संशोधन बिल से जुड़े प्रदर्शन का है।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से शेयर किया। हमें दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट द स्टेट्समैन की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 13 दिसंबर 2019 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, नागरिकता संशोधन बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बंगाल के हावड़ा जिले में हिंसा की थी। इस दौरान उन्होंने ‘हमसफर एक्सप्रेस’ ट्रेन के साथ तोड़फोड़ की थी। 

पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट मुस्लिम मिरर की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 14 दिसंबर 2019 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट में वायरल घटना की एक अन्य तस्वीर को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, बंगाल के उलुबेरिया स्टेशन पर लोगों ने ट्रेन के साथ तोड़फोड़ की थी। हिंसक प्रदर्शनकारियों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। 

दक्षिण पूर्व रेलवे ने इस हिंसक प्रदर्शन की तस्वीरों को अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 13 दिसंबर 2019 को शेयर किया था।

अधिक जानकारी हासिल करने के लिए दैनिक जागरण के पश्चिम बंगाल के एडिटर जे के वाजपेयी से बातचीत की। उन्होंने दावे को भ्रामक बताया है। 

अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को 29 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ‘ट्रेन के शीशे को तोड़ते शख्स के वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि साल 2019 का है। जब नागरिकता संशोधन बिल को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था।

  • Claim Review : एक मुस्लिम शख्स ने जानबूझ कर रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
  • Claimed By : रमेश चौधरी -एक भारतीय
  • Fact Check : भ्रामक
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