Fact Check: पेरिस के आर्क डी ट्रायम्फ पर प्राइड रेनबो का वीडियो असली नहीं, बल्कि डिजिटली क्रिएटेड है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पेरिस के आर्क डी ट्रायम्फ पर प्राइड रेनबो का यह वीडियो असली नहीं है। इस वीडियो को डिजिटली तैयार किया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें  पेरिस की ऐतिहासिक इमारत आर्क डी ट्रायम्फ को देखा जा सकता है। इमारत के इर्द-गिर्द प्राइड रेनबो भी नजर आ रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि आर्क डी ट्रायम्फ को एक बड़े से प्राइड रेनबो से कवर किया गया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल किया जा रहा वीडियो असली नहीं है। इस वीडियो को डिजिटली तैयार किया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ”पेरिस में आर्क डी ट्रायम्फ को एक विशाल प्राइड रेनबो के साथ कवर किया गया है।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल वीडियो को इनविड टूल में अपलोड कर अलग-अलग कीवर्ड के साथ गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। यहां वीडियो को अपलोड करते हुए दी गई मालूमात के मुताबिक, ”डिजिटल आर्टिस्ट ईयान पडघाम  (Ian Padgham) ने बनाया है। वहीं, वीडियो के साथ दी गई तफ्सील में बताया गया कि यह खूबसूरत वीडियो प्राइड मंथ 2023 को सेलिब्रेट करने के लिए बनाई गई है। ईयान पडघाम मूल रूप से कैलिफोर्निया के एक आर्टिस्ट हैं, वे  वर्तमान में फ्रांस में रहते हैं। उन्होंने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की गई अपनी एनिमेटेड क्रिएशन के लिए पहचान बनाई  है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर ईयान पडघाम सर्च किया और हमें इसी नाम की वेबसाइट और वेरिफाइड इंस्टाग्राम हैंडल मिला। इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस वीडियो को 1 जून को शेयर किया गया है।

ईयान पडघाम के इंस्टाग्राम बायो के मुताबिक, वह कैलिफोर्निया से ताल्लुक रखने वाले डिजिटल आर्टिस्ट हैं, जो फ्रांस में रहते हैं।

पडघाम ने इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया है, जहाँ एक यूजर को रिप्लाई देते हुए उन्होंने बताया कि यह वीडियो 3डी एनिमेशन है, जिसमें एडिटिंग भी की गई है।

पुष्टि के लिए हमने पडघाम की वेबसाइट पर दी गई ईमेल के जरिये संपर्क किया और हमें बताया गया कि इस वीडियो को फ्रांस में प्राइड मंथ मनाने और LGBTQIA समुदाय को समर्थन देने के लिए ईयान पडघाम  द्वारा डिजिटल रूप से बनाया गया था।

फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर इससे पहले भी फेक पोस्ट शेयर कर  चुका है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पेरिस के आर्क डी ट्रायम्फ पर प्राइड रेनबो का यह वीडियो असली नहीं है। इस वीडियो को डिजिटली तैयार किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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